डीएमसीएच में उपचार व्यवस्था चरमराई, कुलपति का पुतला फूंका
दरभंगा । दरभंगा शहर में परीक्षा सेंटर बनाने की मांग को दरभंगा शहर में परीक्षा सेंटर बनाने की मांग को लेकर 2014 बैच के मेडिकल छात्रों ने आर्यभट्ट विवि के कुलपति का इमरजेंसी विभाग के सामने पुतला फूंका।
दरभंगा । दरभंगा शहर में परीक्षा सेंटर बनाने की मांग को लेकर 2014 बैच के मेडिकल छात्रों ने आर्यभट्ट विवि के कुलपति का इमरजेंसी विभाग के सामने पुतला फूंका। कुलपति हाय-हाय के नारे लगाए। इसके पहले दोपहर में दरभंगा मेडिकल कॉलेज के इमरजेंसी विभाग एवं ओपीडी में एमबीबीएस के 2014 बैच के छात्रों की ओर से तालाबंदी के खिलाफ तीमारदार आक्रोशित हो गए। अस्पताल के सामने नाका नंबर 6 से कर्पूरी चौक की ओर जाने वाली सड़क को जाम कर नारेबाजी की। मौके पर पुलिस बल के साथ पहुंचे बेंता ओपी प्रभारी आशुतोष कुमार ने लोगों को समझाकर करीब एक घंटे बाद जाम खत्म कराया। इधर, डीएमसीएच परिसर में छात्रों, मरीजों एवं तीमारदारों के बीच गहमागहमी कायम रही। प्रशांत कुमार, सौरभ कुमार, नीतू प्रिया, शिवालदही, सरिता रानी, प्रियंका सिन्हा आदि ने बताया कि दरभंगा शहर में सेंटर बनाने की मांग को लेकर आंदोलन शुरू किया गया है। इस ठंड के मौसम से 70 किलोमीटर दूर मुजफ्फरपुर परीक्षा देने जाना संभव नहीं है। करीब तीन हजार मरीज बैरंग लौटे :
डीएमसीएच के 2014 बैच के छात्रों की हड़ताल से मंगलवार को उपचार व्यवस्था चरमरा गई। इस हड़ताल के कारण करीब तीन हजार मरीज बैरंग लौट गए। इसके पहले सुबह में इमरजेंसी वार्ड के समक्ष आकर ओपीडी में ताले जड़ दिए और पहले से ही बंद इमरजेंसी वार्ड के समक्ष धरना पर बैठ गए। धरना पर बैठे छात्र आर्यभटट विवि पटना के कुलपति हाय हाय के नारे लगाए। ओपीडी के वरीय डॉक्टर और पीजी डॉक्टर भी बैरंग लौट गए। इस दौरान प्राचार्य और अधीक्षक ने कई बार धरनार्थियों से स्थल पर आकर वार्ता की, लेकिन होम सेंटर को लेकर छात्र हड़ताल पर डटे रहे।