अपराधियों को कड़ी सजा दिलाने के लिए साक्ष्य के साथ समर्पित करें आरोप पत्र : आइजी
दरभंगा। मिथिला क्षेत्र के आइजी अजिताभ कुमार ने दरभंगा मधुबनी और समस्तीपुर जिले के एसपी के साथ बैठक कर अपराध की समीक्षा की।
दरभंगा। मिथिला क्षेत्र के आइजी अजिताभ कुमार ने दरभंगा, मधुबनी और समस्तीपुर जिले के एसपी के साथ बैठक कर अपराध की समीक्षा की। इस दौरान उन्होंने बड़े आपराधिक मामलों में अब तक क्या कार्रवाई की गई है, यह जानने की कोशिश की। तीनों जिलों के कप्तान ने बारी-बारी से की गई कार्रवाई की जानकारी दी। इसके बाद आइजी ने अपराध को रोकने के लिए कई टिप्स दिया। कहा कि कई ऐसे अपराधी हैं जो जेल से जमानत पर छुटने के बाद पहले की तरह आपराधिक घटना को अंजाम दे रहे हैं। ऐसे अपराधियों को उन्होंने चिन्हित कर सूची बनाने को कहा। ताकि, सभी का जमानत रद किया जा सके। इस कार्रवाई में किसी पुलिस पदाधिकारियों को परेशानी का सामना नहीं करना पड़ा इसे देखते हुए उन्होंने जमानत रद कराने का तरीका भी बताया। साथ ही थाना स्तर पर बड़े अपराधियों का नाम-पता सहित फोटो युक्त एलबम बनाने का निर्देश दिया। कहा कि अपराधियों को पकड़ कर जेल भेज देने से काम नहीं चलेगा। बल्कि, उसे कड़ी से कड़ी सजा मिले इसे लेकर पूरी साक्ष्य के साथ कोर्ट में आरोप पत्र समर्पित करें। इसमें वैज्ञानिक अनुसंधान को साक्ष्य के रूप में लेने को कहा। लूट, हत्या, डकैती, अपहरण आदि सनसनी खेज मामलों में साक्ष्य के प्रति लापरवाही बरतने वालों पर उन्होंने कार्रवाई करने की चेतवनी दी। कहा कि जब भी वरीय अधिकारी थाना का निरीक्षण करें तो इसका समीक्षा कर त्रृटि को दूर करें। साथ ही दोषी पुलिस पदाधिकारियों की सूची बनाकर कार्रवाई के लिए अनुसंशा करने को कहा। प्रति रविवार थानाध्यक्षों अपने अनुसंधानकों के साथ बैठक सुनिश्चित कराने का आदेश दिया। साथ ही अंचल इंस्पेक्टर के कार्याें पर निगरानी रखने को कहा। ताकि, नन एसआर मामले के निष्पादन में किसी तरह की धांधली नहीं हो। समीक्षा दौरान आइजी ने सभी एसपी को बताया कि धारा 307 का उपयोग मानक के अनरूप होना चाहिए। समान्य मामलों में इस धारा का उपयोग करने से बचें। भूमि विवाद को लेकर आए दिन हो रहे खूनी संघर्ष पर उन्होंने चिता जाहिर की। निदान के दिशा में उन्होंने प्रति शनिवार को थाना स्तर पर सीओ के साथ शिविर लगाकर भूमि विवाद का निपटारा करने को कहा। यह कार्य नियमित हो रहा है अथवा नहीं इसके लिए समय-समय पर निरीक्षण कर इसकी जांच करें। स्पीडी ट्रायल, लंबित मामलों, अनसंधान और पर्यवेक्षण से संबंधित मामलों पर आइजी ने बारी-बारी से दरभंगा एसएसपी बाबू राम, नगर एसपी योगेंद्र कुमार, मधुबनी एसपी और समस्तीपुर एसपी के साथ चर्चा की। इस दौरान उन्होंने कोर्ट से सम्मन प्राप्त होने पर संबंधित पुलिस पदाधिकारियों को ससमय उपस्थिति सुनिश्चित कराने को कहा।
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थाना भवन और पुलिस लाइन पर हुई चर्चा :
आइजी कुमार ने समीक्षा बैठक दौरान बनुयिादी सुविधाओं पर भी जानकारी ली। मसलन जिले में कितने थाना के पास अपनी भूमि और भवन है। कितने भूमिहीन है और कितने थाने के लिए भूमि चिन्हित किया गया है। बारी-बारी से जानकारी लेने के बाद आइजी ने कहा कि संबंधित सीओ और डीएम से मिलकर लंबित कार्यों को पूरा करें। ताकि, सभी थानों के पास अपना भवन हो सके। बताया गया कि दरभंगा में 19 थानों के पास अपना भवन है। जबकि, 4 थाना के पास भूमि है। लेकिन, अपना भवन नहीं है। वहीं 5 थाना के भवन के लिए अभी तक भूमि चिन्हित नहीं किया गया है। वहीं दरभंगा और समस्तीपुर पुलिस लाइन के जर्जर भवन की जगह नए भवन निर्माण कराने का प्रस्ताव लिया गया। जबकि, मधुबनी पुलिस लाइन के लिए आवंटित की गई भूमि पर जानकारी ली गई और जल्द भवन का निर्माण हो इस दिशा में पहल करने की बात कही गई।
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