मृत प्रधानाध्यापक को मिले कोरोना योद्धा का दर्जा
कमतौल के मध्य विद्यालय बालक स्थित क्वारंटाइन सेंटर के प्रभारी सह प्रधानाध्यापक राम प्रबोध झा को कोरोना योद्धा का दर्जा देने की मांग विभिन्न शिक्षक संगठनों ने की है।
दरभंगा । कमतौल के मध्य विद्यालय बालक स्थित क्वारंटाइन सेंटर के प्रभारी सह प्रधानाध्यापक राम प्रबोध झा को कोरोना योद्धा का दर्जा देने की मांग विभिन्न शिक्षक संगठनों ने की है। जिला प्राथमिक शिक्षक संघ तथा टीचर्स क्लब ने अलग-अलग आयोजित श्रद्धांजलि सभा में राम प्रमोद झा के निधन पर आक्रोश व्यक्त करते हुए कहा है कि जितने भी क्वारंटाइन सेंटर सरकार ने बनाए हैं, वहां से शिक्षकों को भोजन व्यवस्था से मुक्त किया जाए। कोरोना से लड़ने वाले लोगों के लिए आपदा अधिनियम के तहत जो सुविधाएं सरकार ने स्वास्थ्य कर्मचारियों को दी है, वहीं सुविधाएं शिक्षकों को भी दी जाए। राम प्रमोद झा के परिजनों को पचास लाख रुपए का मुआवजा दिया जाए। जिला शिक्षा स्थापना कार्यालय परिसर में टीचर्स क्लब के तत्वावधान में आयोजित श्रद्धांजलि सभा में अध्यक्षता करते संयोजक सतीश चंद्र प्रसाद ने कहा कि प्राथमिक शिक्षक लगातार सरकारी निर्देश का पालन करते हुए क्वारंटाइन केंद्र पर अपनी सेवा दे रहे हैं। लेकिन कुछ प्रशासनिक पदाधिकारी शिक्षकों की मान मर्यादा से खिलवाड़ कर रहे हैं। राम प्रमोद झा को भी दो बार स्पष्टीकरण पूछ कर तंग किया गया था। यहां तक कि उनको प्राथमिकी की भी धमकी दी गई थी। इससे स्व. झा दबाव में आ गए थे और यही कारण उनके निधन का कारण बन गया। इधर, प्राथमिक शिक्षक संघ के जिला अध्यक्ष संजय कुमार झा, प्रधान सचिव श्रीनारायण मंडल, उपाध्यक्ष संजीव कुमार मिश्र, रामकृष्ण शर्मा और संजीव कुमार ठाकुर ने जिला पदाधिकारी को एक ज्ञापन सौंपा है। ज्ञापन में क्वारंटाइन सेंटर पर शिक्षकों के साथ हो रहे दुर्व्यवहार पर चिता व्यक्त करते हुए आपदा अधिनियम के तहत शिक्षकों को भी कोरोना योद्धा वाली सुविधाएं देने की मांग की गई है। इधर, बिहार राज्य प्रारंभिक शिक्षक संघ के उपाध्यक्ष जिला अध्यक्ष शंभू यादव की अध्यक्षता में आयोजित श्रद्धांजलि सभा में मुआवजा की मांग की।
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