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टीचर एजुकेशन के क्षेत्र में सेंटर ऑफ एक्सीलेंस के रूप में विकसित होगा डीडीई

ललित नारायण मिथिला विश्वविद्यालय के दूरस्थ शिक्षा निदेशालय (डीडीई) सूबे में टीचर एजुकेशन के क्षेत्र में सेंटर ऑफ एक्सीलेंस के रूप में विकसित होगा। इस दिशा में संस्थान के कदम काफी आगे बढ़ चुके हैं।

By JagranEdited By: Published: Tue, 15 Jan 2019 02:22 AM (IST)Updated: Tue, 15 Jan 2019 02:22 AM (IST)
टीचर एजुकेशन के क्षेत्र में सेंटर ऑफ एक्सीलेंस के रूप में विकसित होगा डीडीई
टीचर एजुकेशन के क्षेत्र में सेंटर ऑफ एक्सीलेंस के रूप में विकसित होगा डीडीई

दरभंगा। ललित नारायण मिथिला विश्वविद्यालय के दूरस्थ शिक्षा निदेशालय (डीडीई) सूबे में टीचर एजुकेशन के क्षेत्र में सेंटर ऑफ एक्सीलेंस के रूप में विकसित होगा। इस दिशा में संस्थान के कदम काफी आगे बढ़ चुके हैं। यह सब संभव हो रहा है अंतर्राष्ट्रीय संगठन यूनिसेफ के साथ हुए करार की वजह से। इसके तहत निदेशालय में प्रोग्राम मॉनीट¨रग यूनिट की स्थापना हो चुकी है। यूनिसेफ के साथ निदेशालय का तीन सालों तक क्वालिटी टीचर एजुकेशन के क्षेत्र में साथ काम करने का करार है। इस क्रम में कई कार्यशालाओं का आयोजन भी हो चुका है जिसमें टीचर एडुकेटरों के लिए अंडरस्टैं¨डग सेल्फ की पाठ्य सामग्री तैयार की जा चुकी है। इस करार का मूल यह है कि जब तक प्राथमिक व माध्यमिक शिक्षा को दुरूस्त नहीं किया जाएगा, तब तक उच्च शिक्षा में गुणवत्ता संभव नहीं। प्राथमिक व माध्यमिक स्तर पर शिक्षा में गुणवत्ता के लिए जरूरी है कि इस स्तर के शिक्षकों की गुणवत्ता बढ़ाई जाए। इन स्कूलों में पढ़ाने वाले शिक्षकों को बीएड कोर्स के तहत प्रशिक्षण दिया जाता है। ऐसे में जरूरी है कि बीएड के फैकल्टी की क्वालिटी इंप्रूव की जाए। इसी उद्देश्य के साथ यह करार किया गया है। निदेशालय के तहत बीएड कोर्स का संचालन भी होता है और आधारभूत संरचना का भी विवि के पास अभाव नहीं है। इसी आधार पर यूनिसेफ ने करार के लिए लनामिविवि के डीडीई का चयन भी किया। अब इसका फायदा डीडीई को मिलने लगा है। अब डीडीई का करार यूनिसेफ की सहयोगी संस्था लैंग्वेज लर्निंग फाउंडेशन के साथ होने जा रहा है जिसके माध्यम से यहां भाषा शिक्षण का कोर्स शुरू किया जाएगा। इस कोर्स के माध्यम से टीचर एडुकेटरों व स्कूली शिक्षकों को प्रशिक्षित किया जाएगा ताकि स्कूल के स्तर पर छात्रों में भाषा के प्रति जागरूकता उत्पन्न की जा सके। बच्चों के लर्निग आउटकम को 10 प्रतिशत बढ़ाने का लक्ष्य :

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यूनिसेफ का उद्देश्य 2022 तक बच्चों के लर्निग आउटकम को 10 प्रतिशत बढ़ाने का है। इसके लिए सूबे में लनामिविवि के दूरस्थ शिक्षा निदेशालय का चयन प्रोग्राम मॉनीट¨रग यूनिट स्थापित करने के लिए किया गया। इसके लिए तकनीकी व वित्तीय सहायता यूनिसेफ उपलब्ध करा रहा है। दूरस्थ निदेशालय में विकसित होने वाली इस इकाई को मुख्य रूप से तीन ¨बदुओं पर केंद्रित किया जाएगा। पहला विश्वविद्यालय के शिक्षा संकाय सदस्य व एसआरजी की कैपेसिटी बि¨ल्डग का सशक्तीकरण विशेषज्ञों की मदद से करना, दूसरा राज्य व जिला स्तर के वरीय शिक्षा पदाधिकारियों का लीडरशिप ट्रे¨नग प्रोग्राम और तीसरा शिक्षण संस्थानों व शिक्षक सहायता तंत्र को मजबूत करना होगा। यूनिसेफ के साथ डीडीई का यह करार 14 अगस्त 2018 को हो चुका है और इसके तहत काफी काम किए जा चुके हैं।


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