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मेक स्मॉल स्ट्रांग : डेकोरेशन व कैटरिग के कारोबार में 30 फीसद का इजाफा

फोटो 3 डीआरजी 33 - लॉकडाउन अवधि में डेकोरेटर्स और कैटरिग से जुड़े कारोबारिय

By JagranEdited By: Published: Tue, 03 Nov 2020 07:14 PM (IST)Updated: Tue, 03 Nov 2020 07:14 PM (IST)
मेक स्मॉल स्ट्रांग : डेकोरेशन व कैटरिग के कारोबार में 30 फीसद का इजाफा
मेक स्मॉल स्ट्रांग : डेकोरेशन व कैटरिग के कारोबार में 30 फीसद का इजाफा

फोटो : 3 डीआरजी 33

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- लॉकडाउन अवधि में डेकोरेटर्स और कैटरिग से जुड़े कारोबारियों झेलनी पड़ी थी परेशानी

- अब शारीरिक दूरी का पालन करते हुए कर रहे कारोबार, स्थिति सामान्य होने का है भरोसा जासं., दरभंगा : कोरोना काल में व्यवसाय का हर सेक्टर बुरी तरह प्रभावित हुआ। लेकिन, इसके बाद जैसे-जैसे अनलॉक से जुड़े सरकारी आदेश जारी किए गए व्यापारी कारोबार के तरीके में बदलाव करते हुए व्यवसाय को वापस पटरी पर लाने की तैयारी में जुटे रहे। डेकोरेशेन और कैटरिग कारोबार से जुड़े व्यापारियों ने भी लगातार मेहनत की। इस व्यवसाय से जुड़े लोगों का कहना है कि अबतक उनके कारोबार की स्थिति में अपेक्षित सुधार नहीं हो सका है। लेकिन, वे सुरक्षा पर पूरा ध्यान दे रहे हैं। संस्थान के कर्मचारियों के लिए मास्क लगाना और सैनिटाइजर का इस्तेमाल अनिवार्य है। संस्थान से सभी चीजों को सैनिटाइजर करके ही जरूरत के स्थान पर भेजा जाता है। ग्राहकों के लिए कुर्सी-टेबल दूर-दूर लगाई गई है।

हरिओम स्वीट्स के मालिक व कैटरिग के व्यवसाय से जुड़े कारोबारी विजय कुमार महतो कहते हैं, कैटरिग का कारोबार लॉकडाउन अवधि में पूरी तरह ठप हो गया था। अब धीरे-धीरे स्थिति सामान्य हो रही है। कारोबार में लॉकडाउन के बाद 30 फीसद का इजाफा हुआ है। कर्मचारियों को भी बिना मास्क के कहीं भी किसी भी समारोह या आयोजन में प्रवेश नहीं दिया जा रहा है। सामान कहीं भेजा भी जाता है तो सैनिटाइज्ड कर कर्मचारी के साथ पूरे सुरक्षा प्रबंधों को करने के बाद भेजा जाता है। उन्होंने बताया कि भुगतान के लिए यदि ग्राहक नकद नहीं देना चाहता है तो आनलाइन भुगतान की सुविधा है। इसी प्रकार डेकोरेटर्स भी पूरी तरह से ग्राहकों की सेहत का ध्यान रख रहे हैं। इनका कहना है अभी तो कारोबार सुस्त है, लेकिन व्यवसाय के तरीके में बदलाव किया जा रहा है। लॉकडाउन में स्टॉफ का नहीं छोड़ा साथ, दी पूरी सैलरी कैटरिग चलानेवाले कमलेश चौधरी कहते हैं, लॉकडाउन के दौरान भी किसी स्टॉफ ने साथ नहीं छोड़ा। जब सभी कामकाज ठप पड़ गए थे, तभी स्टॉफ को बुलाकर आगे की रणनीति पर बात की। कुछ स्टॉफ को पैसे से भी मदद किया हूं। हमारे साथ काम करने वाले सभी स्टॉफ अब भी उसी तरह काम कर रहे हैं, जैसे पहले करते थे। हां, कोरोना काल के बाद कारोबार में कुछ बदलाव आए हैं। अब डिजिटल पेमेंट को बढ़ावा मिला है। साथ ही हमारी तैयारियां भी कोरोना को ध्यान में रखककर हो रही हैं।

कारोबार में हिम्मत और हौसला दोनों जरूरी कैलाश टेंट हाउस के संचालक कैलाश यादव कहते हैं, शुरू से ही टेंट कारोबार शुरू करने का लक्ष्य लेकर चला था। पहले टेंट हाउस में काम करता था। कड़ी मेहनत के बाद टेंट हाउस का मालिक बना हूं। कारोबार कोई भी हो उसे जारी रखने के लिए हिम्मत और हौसला दोनों जरूरी है। कारोबार में नफा-नुकसान चलते रहता है। बताया कि सीजनल काम होने के चलते इस बार लॉकडाउन में दोहरी मार कारोबार में झेलनी पड़ी। अब करीब आठ माह बाद काम शुरू हुआ है, तो कई पाबंदियां भी लगी है। ऐसे में लगातार हिम्मत और हौसला कायम रखना जरूरी है। -


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