नाला निर्माण को लेकर बहादुरपुर एवं नगर के विधायक आमने-सामने
बहादुरपुर शहर से सटे दिलावरपुर आंबेडकर चौक के पास जलजमाव की समस्या का स्थायी समाधान अब तक नहीं निकल सका है।
दरभंगा। बहादुरपुर शहर से सटे दिलावरपुर आंबेडकर चौक के पास जलजमाव की समस्या का स्थायी समाधान अब तक नहीं निकल सका है। जलजमाव की समस्या से लोग हलकान हैं। मोहल्लेवासियों के आंदोलन का भी कोई सार्थक परिणाम सामने नहीं आ सका है। अब इसको लेकर बहादुरपुर विधायक भोला यादव एवं नगर विधायक संजय सरावगी आमने-सामने हो गए हैं।
इस मुद्दे पर बहादुरपुर विधायक भोला यादव ने कहा कि इस मोहल्ले से जलनिकासी के लिए नाला निर्माण ही एकमात्र विकल्प है। जब बिहार में महागठबंधन की सरकार बनी तो उस समय नाला निर्माण के मद में नगर निगम के पास 8 करोड़ रुपये मौजूद थे। इसे लेकर विधानसभा में प्रश्न उठाया। संबंधित विभाग के मंत्री और पदाधिकारी से प्राक्कलन तैयार करने को कहा गया। लेकिन, राशि इतनी कम थी कि उसमें नाला का निर्माण नहीं हो सकता था। फिर मैंने प्राक्कलन को रिवाइज करने का अनुरोध किया। रिवीजन कर 40 करोड़ का प्राक्कलन तैयार हुआ। इसका डीपीआर भी तैयार हो गया। लेकिन नगर विधायक के अडंगा लगाने के कारण नाला का निर्माण कार्य शुरू नहीं हो सका। यदि इस नाले का निर्माण हो जाता है तो शहर की जलनिकासी के साथ दिलावरपुर और कबीरचक के आसपास बसे नए मोहल्ले में जलजमाव की समस्या से लोगों को निजात मिल जाएगी। लेकिन इस मामले को लेकर नगर विधायक और भाजपा वाले कोर्ट में चले गए हैं। ये लोग नहीं चाहते कि इस पिछड़े क्षेत्र का विकास हो, ताकि इनकी राजनीति चलती रहे। इधर नगर विधायक संजय सरावगी ने कहा कि भोला यादव गलतबयानी कर रहे हैं। कहा है कि महागठबंधन के करीब दो वर्ष के कार्यकाल में इन लोगों ने डीपीआर तक नहीं बनाया। जब हमलोगों की सरकार बनी तो 24.50 करोड़ का प्राक्कलन तैयार कर फाइनल डीपीआर तैयार किया गया। निविदा निकाली गई। टेंडर भी हुआ लेकिन किसी कारण से पूरा मामला न्यायालय में चला गया। नगर विकास विभाग ने कोर्ट से अनुरोध किया है कि इस पर शीघ्र फैसला करें ताकि जनहित में कार्य को शुरू किया जा सके।उक्त नाला का निर्माण दोनार से टिनही पुल तक किया जाना है। बात यह है कि विधायक भोला यादव को अपने क्षेत्र की जनता से कोई मतलब नहीं है। न ही उक्त योजना को लेकर पूरी जानकारी है।
मालूम हो कि दिलावरपुर मोहल्ले में सालों भर जलजमाव रहता है। थोड़ी भी बारिश होने पर घरों में पानी चला जाता है। जिसके कारण वहां के लोगों को नरक की ¨जदगी जीने को मजबूर होना पड़ता है। पिछले दिनों जलजमाव से तंग आकर लोगों ने अनशन और सड़क जाम के जरिए अपना आक्रोश प्रकट किया था।