कम्युनिस्टों ने स्वामी विवेकानन्द की विरासत को आगे बढ़ाया
भाकपा जिला के कार्यकर्ताओं का तीन दिवसीय प्रशिक्षण शिविर सोमवार को संपन्न हो गया। प्रशिक्षण के तीसरे दिन भाकपा के इतिहास एवं स्वतंत्रता संग्राम में इसकी भूमिका,कार्यक्रम और संगठन विषय पर अपना विचार व्यक्त करते हुए मार्क्सवादी ¨चतक अनिल राजिगवाले ने कहा कि 1925 में पार्टी की स्थापना करके वास्तव में कम्युनिस्टों ने स्वामी विवेकानन्द, बाल गंगाधर तिलक और लाला लाजपत राय की विरासत को आगे बढ़ाया।
दरभंगा । भाकपा जिला के कार्यकर्ताओं का तीन दिवसीय प्रशिक्षण शिविर सोमवार को संपन्न हो गया। प्रशिक्षण के तीसरे दिन भाकपा के इतिहास एवं स्वतंत्रता संग्राम में इसकी भूमिका,कार्यक्रम और संगठन विषय पर अपना विचार व्यक्त करते हुए मार्क्सवादी ¨चतक अनिल राजिगवाले ने कहा कि 1925 में पार्टी की स्थापना करके वास्तव में कम्युनिस्टों ने स्वामी विवेकानन्द, बाल गंगाधर तिलक और लाला लाजपत राय की विरासत को आगे बढ़ाया। समाजवाद संबंधी इन महान ¨चतकों और स्वतंत्रता सेनानियों के विचारों को भाकपा ने वैज्ञानिक रूप देते हुए आम जनता के बीच प्रसारित किया। साथ ही इसे स्वतंत्रता संग्राम का अभिन्न अंग भी बनाया। उन्होंने कहा कि आजादी के बाद भाकपा ने राष्ट्र निर्माण में जो सकारात्मक भूमिका अदा की उससे आम जनता के जीवन को बेहतर बनाने में सहायता मिली। पार्टी कार्यक्रमों को ²ढ़ता पूर्वक लागू करते हुए देश की परिस्थिति को देखते हुए वाम जनवादी शक्ति की एकता कायम कर संघर्ष विकसित करते हुए सांप्रदायिक, फांसीवादी शक्तियों को परास्त किया है। अब कारपोरेट घरानों के एजेंडों पर काम कर रही शक्ति को परास्त करने की आवश्यकता है। कार्यक्रम का समापन भाकपा के जिला सचिव नारायण जी झा के धन्यवाद ज्ञापन के बाद समाप्त किया गया। श्री झा ने दिल्ली से प्रशिक्षण में आए कृष्णा झा, युगल रायलु, अनिल राजिभवाले द्वारा दिए गए व्याख्यान के लिए आभार प्रकट किया। शिविर का संचालन शबीर अहमद बेग ने किया। प्रशिक्षण शिविर में सुधीर कुमार झा, गोपाल प्रसाद ¨सह, विशेश्वर यादव, रामनरेश राय, विश्वनाथ मिश्रा, विशेश्वर यादव, रामनरेश राय, शिवजी लाल देव, श्यामा देवी, विहरनी खातुन आदि मौजूद थे।