पारंपरिक खेलों की नुमाइंश कर मनाया गया चेहल्लुम
हुसैनी नारों और मातमी धुन के बीच मंगलवार को कई अखड़ों से चेहल्लूम का जुलूस निकला ।
दरभंगा । हुसैनी नारों और मातमी धुन के बीच मंगलवार को कई अखड़ों से चेहल्लूम का जुलूस निकला । या अली या हुसैन की गुंज के साथ-साथ लाठी और तलवार की कलाबाजी दिखाते कलाकारों ने जमकर लोगों की वाह-वाही लूटी। लड़ाई हार कर भी कैसे जीता जाता उसकी मिसाल कर्बला के मैदान में शोदाओं ने पेश किया था। जुलूस में उसी का अनुसरण कलाबाज करते नजर आए। बाकरगंज से चला अखाड़ा जगह-जगह पर रूक कर कलाबाजी दिखते हुए किलाघाट पहुंचा। मौलागंज और अल्लपट्टी के अखड़े की शान ही अलग थी। चौक-चौराहे पर जुलूस रोक कर लाठी की और चमचमाती तलवार की कलाबाजी देखा कर लोगों का मन मोह लिया। सबसे अधिक शानो शौकत से लालबाग अखाड़ा का जुलूस निकला। जुलूसों की आगवानी के लिए जिला मोहर्रम कमेटी के अध्यक्ष सिबगतुल्लाह डब्बू खान सचिव मो. कलीमुद्दीन रूस्मत कुरैशी अपने सहयोगियों के साथ किया। इससे पहले दोपहर को मोहर्रम के जुलूस में बेहतर कारकरदगी के लिए बेस्ट सीपर का पुरस्कार उर्दु बाजार के अखाड़ा को दिया गया। सुंदर ताजिया का खिताब दोनार अखाड़ा के ताजिया को दिया गया वहीं रहमगंज और करमगंज के अखाड़ा को संयुक्त रूप से बेस्ट अखाड़ा का पुरस्कार प्रदान किया गया। शाम से देर रात तक मिलादुंनबी कार्यक्रम आयोजित की गई।
बेनीपुर क्षेत्र के शहरी एवं ग्रामीण इलाकों में चेहल्लुम को लेकर मुसलमान भाईयों ने छोटे-छोटे ताजिया के साथ जुलूस निकाला।जुलूस में अधिकांश युवा एवं बच्चे शामिल थे। आशापुर, बेनीपुर, माधोपुर, नारबांध, बहेड़ा आदि जगहों पर जुलूस में शामिल लोगों ने लाठी के साथ अपना करतब दिखाया। कुशेश्वरस्थान प्रखंड क्षेत्र के कुशेश्वरस्थान दक्षिणी पंचायत के भलूका और उत्तरी पंचायत के तरबन्ना में चेहल्लुम का पर्व मनाया गया। दोनों ही गांव के लोगों ने संयुक्त रूप से जुलूस निकाला। जुलूस हॉस्पिटल रोड, स्थानीय बाजार एवं रामपुर राउत होते हुए भलुका स्थित रेलवे बांध तक गया। सदस्य मो. मंसूर आलम ने बताया कि यहां चालीस गांव के खिलाड़ियों ने भाग लिया और सभी ने अपना-अपना करतब दिखाया। मौके पर थानाध्यक्ष मनीष कुमार, मो. हैदर, मो. इस्लाम, मो. अब्दुल गनी सहित सैकड़ों लोग मौजूद थे। बहेड़ी प्रखंड क्षेत्र के बधौनी, बहेड़ी, बेलही, इनाई, हाबीडीह, सुसारी आदि गांवों में लोगों ने हर्षोल्लास के चेहल्लुम का पर्व मनाया। जुलूस के साथ लोगों ने मुख्य चौड़ाहा से प्रखंड चौक तक लाठी, भाला, तलवार से करतब दिखाया।