गुवाहटी से घर लौट रहे युवक को बोलेरो ने रौंदा
बिरौल थाना क्षेत्र के सुपौल विशनपुर स्टेट हाइवे पर सिसोनी मोड़ के पास बोलेरो की ठोकर से बाइक सवार नदेई निवासी गणेश साहु के पुत्र मुकेश साहु (22) की मौत हो गई।
दरभंगा । बिरौल थाना क्षेत्र के सुपौल विशनपुर स्टेट हाइवे पर सिसोनी मोड़ के पास बोलेरो की ठोकर से बाइक सवार नदेई निवासी गणेश साहु के पुत्र मुकेश साहु (22) की मौत हो गई। वह गुवाहटी से मजदूरी कर घर लौट रहा था। रात्रि में बहन के घर विश्राम के बाद अपने गांव के चला था कि तेज रफ्तार बोलेरो की चपेट में आ गया। उसकी शादी महज आठ माह पहले हुई थी। घटना से आक्रोशित ग्रामीणों एवं परिजनों ने करीब चार घंटे तक दरभंगा सुपौल मुख्य पथ को बाधित रखा। मौके पर पहुंचे एसडीओ ब्रज किशोर लाल और डीएसपी दिलीप कुमार झा को जाम को हटाने के लिए काफी मशक्कत करनी पड़ी। इसके बाद जाम को खत्म कराकर शव को पोस्टमार्टम के लिए डीएमसीएच भेजा गया।
बताते हैं कि गोड़ाबौराम प्रखंड के नदेई गांव का मुकेश गुवाहटी में मजदूरी करता था। सोमवार की रात वह गुवाहटी से लौटा। रात होने की वजह से अपने गांव नहीं जाकर सोनबेहट अपनी बहन के घर पर आ गया। सुबह में अपने जीजा की मोटरसाइकिल लेकर घर के लिए निकला। इस बीच सिसोनी मोड़ के निकट कुशेश्वरस्थान के ओर से आ रही बोलेरो की चपेट में आ गया। हादसे में मुकेश का सिर बुरी तरह जख्मी हो गया। उसको बचाने के लिए जब तक लोग दौड़ते तब तक उसकी मौत हो चुकी थी। इसकी सूचना पुलिस को दी गई। मौके पर पहुंची पुलिस ने जांच पड़ताल शुरू की। करीब एक घंटे के बाद शव की शिनाख्त हुई। इसके बाद लोग परिजन को मुआवजा देने की मांग को लेकर यातायात को बाधित कर दिया। एसडीओ,बीडीओ ने कहा कि तीन हजार रुपये कबीर अंत्येष्टि से मिलेगा। 20 हजार रुपये पारिवारिक लाभ के तहत दिया जाएगा। कामगार श्रमिक योजना के अंतर्गत एक लाख रुपये मिलेंगे। पति के शव को कलेजे से लगा नहीं छोड़ रही थी सरस्वती :
नदेई गांव निवासी मुकेश की मौत सुन आस पड़ोस के क्षेत्रों में मातम पसर गया। आठ माह पहले मुकेश की शादी बिरौल प्रखंड क्षेत्र के पोखराम गांव सीताराम साहु की पुत्री सरस्वती कुमारी से हुई थी। मौत की खबर सुनते ही ससुराल पक्ष के लोग दौड़ पड़े। सरस्वती अपने पति के शव को कलेजे से लगाकर छोड़ नहीं रही थी। उसे लग रहा था कि पति जीवित हो उठेंगे। शव वाहन की प्रतीक्षा करती रही पुलिस :
सुपौल दरभंगा मुख्य पथ को जाम कर दिये जाने करीब चार घंटे तक यातायात बाधित रहा। जाम को छुड़ाने में पुलिस को पसीने छूट रहे थे। स्थानीय लोगों और पुलिस प्रशासन के सहयोग से जाम को खत्म कराया गया। इसके बाद शव को पोस्टमार्टम में भेजने के लिए पुलिस कई घंटे तक शव वाहन की प्रतीक्षा करती रही। शव वाहन के नहीं पहुंचने पर सुपौल की ओर जा रहे टेम्पो को पकड़ कर शव को पोस्टमार्टम के लिए दरभंगा भेजा गया। इधर पोखराम के छोटू चौधरी, राजीव चौधरी आदि ने स्थानीय विधायक सह मंत्री मदन सहनी से निजी कोष से बिरौल पीएचसी को शव वाहन उपलब्ध कराने की मांग की है। ताकि ऐसी परिस्थिति में कठिनाई का सामना नहीं करना पड़े।