नेत्रहीन खिलाड़ियों ने लगाए चौके-छक्के
बिहार में पहलीबार दो जिलों के नेत्रहीन क्रिकेटरों का मैच रविवार को पूअर होम के मैदान में हुई।
दरभंगा। बिहार में पहलीबार दो जिलों के नेत्रहीन क्रिकेटरों का मैच रविवार को पूअर होम के मैदान में हुई। अद्भुत रोमांचक इस मैच को देखने के लिए लोगों की भीड़ उमड़ पड़ी। दर्शकों की भीड़ मैच से पहले ही जुटने लगी थी। इस मैच को देखने के लिए लोग उत्सुक थे कि आखिर यह नेत्रहीन क्रिकेट खिलाड़ी इस मैच को कैसे खेलेंगे। उद्घाटन समारोह चल रही थी लेकिन दर्शकों की उत्सुक्ता मैच देखने के लिए व्यग्र था। राजकीय नेत्रहीन हाई स्कूल दरभंगा और शुभम विकलांग संस्थान मुजफ्फरपुर नेत्रहीन क्रिकेटरों के बीच मैच शुरू हुई। जब यह मैच शुरू हुई तो इन नेत्रहीन क्रिकेटरों के बै¨टग, फि¨ल्डग और गेंदबाजी के जौहर को देख सभी दर्शक दंग थे। बॉल के अंदर लोहे की गोली रखा गया था। बॉ¨लग होने पर उसकी आवाज पर बल्लेबाज चौके और छक्कें की बौछार कर रहे थे। इन खिलाड़ियों के गेंदबाज, फि¨ल्डग और बै¨टग पर लोग तालियां बजाकर वाह वाही कर रहे थे। दर्शकों ने इस मैच का जमकर लुफ्त उठाया। टॉस जीतकर दरभंगा की टीम ने पहले बल्लेबाजी करते हुए तय 12 ऑवरों में 128 रन बनाए। इसके जवाब में मुजफ्फरपुर की टीम 96 रनों पर ही सीमट गई। इस जीत पर दरभंगा की नेत्रहीन क्रिकेट खिलाड़ियों ने दोनों हाथ उठाकर एक दूसरे को गले लगाया। इन खिलाड़ियों को खुशी का ठिकाना नही था। विरोधियों टीम से विजेता टीम ने हाथ भी मिलाया। मैन ऑफ द मैच विजेता टीम के अंकित कुमार को पुरस्क़ृत किया गया। विजेता टीम के कप्तान कन्हैया कुमार और उपविजेता टीम के कप्तान सुमन कुमार को नगर विधायक संजय सरावगी ने शील्ड प्रदान किया। पुरस्कार वितरण समारोह के मौके पर मुख्य अतिथि खाद्य मंत्री मदन सहनी ने कहा कि इस सफल मैच के बाद बिहार में ²ष्टि बाधित दिव्यांगों के क्रिकेट को प्रोत्सहान के लिए पहल किया जाएंगा। यह मैच दिव्यांगों के लिए आशा का संचार लेकर आया है। इसके पूर्व सामाजिक सुरक्षा के सहायक निदेशक रवि शंकर तिवारी ने इस मैच का उद्घाटन किया। इस मौके पर प्रायोजक ¨रकु कुमार ने मंच का संचालन किया। राकेश कुमार ने स्वागत किया। इस मौके पर वार्ड 18 के पार्षद शशी पटेल, सुमित मंडल, उज्जवल कुमार, सुचित कुमार मंडल, डॉ. अंजु अग्रवाल, ऑल इंडिया क्रिकेट ब्लाइंड एसोशिएशन के उपाध्यक्ष विवेक कुमार ¨सह, जमशेदपुर से आए अंपायर सहबाग अख्तर, शिक्षिका सविता यादव, डॉ. जयशंकर झा आदि उपस्थित थे।