दिसंबर से डीएमसीएच में सुपर स्पेशलियटी की शुरुआत
सूबे का पहला सुपर स्पेशलियटी डीएमसीएच में इसी साल के दिसंबर माह से चालू हो जाएगा।
दरभंगा। सूबे का पहला सुपर स्पेशलियटी डीएमसीएच में इसी साल के दिसंबर माह से चालू हो जाएगा। इसके बाद मरीजों को सूबे के बाहर इलाज के लिए भटकना नहीं पड़ेगा। डीएमसीएच में एमआरआइ और सिटी स्कैन जांच का उद्घाटन करने के मौके पर स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडेय ने गुरुवार को ये बातें कहीं। स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि पांच अरब रुपये की योजना के पहले चरण में सर्जिकल भवन निर्माण के लिए ठेकेदार का चयन कर लिया गया है। इसके निर्माण के बाद मरीजों को नए सर्जिकल भवन में शिफ्ट किया जाएगा। जच्चा बच्चा के अस्पताल के निर्माण के लिए अतिक्रमण अब बाधा नही है। उत्तर बिहार का एक मात्र चिकित्सा संस्थान डीएमसीएच को बेहतर उपचार के हर अत्याधुनिक उपकरण से लैस किया जाएगा। इसी कड़ी में पब्लिक प्राइवेट पार्टनरशिप के तहत मेदांता की ओर से अत्याधुनिक एमआरआइ और सीटी स्कैन जांच की सुविधा उपलब्ध हुई है। यहां सरकारी दर पर मरीजों की जांच होगी। यहां 24 घंटे मरीजों के लिए उपलब्ध रहेगा। यह मरीजों और डॉक्टरों के लिए काफी उपयोगी सिद्ध होगा। मरीजों को बेहतर इलाज मुहैया कराने के लिए डीएमसीएच प्रशासन को जिम्मेवारी सौंपी गई है। उपचार संसाधन की कोई कमी नहीं है। मालूम हो कि सरकार ने डीएमसीएच एवं एसकेएमसीएच को 150-150 करोड़ रुपये आवंटित किया था। सबसे पहले सुपरस्पेशलियटी का निर्माण डीएमसीएच में शुरू हुआ था। अब भवन का निर्माण पूरा हो चुका है। वर्तमान में रंगरोगण एवं अन्य काम शुरू है। सुपरस्पेशलियटी में बर्न एवं प्लास्टिक सर्जरी, न्यूरो सर्जरी, न्युरोलॉजी, नेफ्रोलॉजी, कार्डियोबैस्कुलर, ट्रामा सेंटर ,न्यूयोनेटोलॉजी और पेडिएट्रिक सर्जरी विभाग शामिल है। मौके पर नगर विधायक संजय सरावगी, एमएलसी डॉ. दिलीप चौधरी, सुनील ¨सह, अर्जुन सहनी, पूर्व विधायक गोपालजी ठाकुर, अशोक यादव, भाजपा के जिलाध्यक्ष हरि सहनी, प्राचार्य डॉ. एचएन झा, अस्पताल अधीक्षक डॉ. आरआर प्रसाद, उपाधीक्षक डॉ. बलेश्वर सागर, मेदांता के एसोसिएट मेडिकल डायरेक्टर डॉ.रविशंकर और शाखा के हेड सुधाकर तिवारी, भाजपा के पप्पू, सुजित मल्लिक आदि उपस्थित थे।