माइक से घोषणा कर प्रवासियों से अपने साधनों से घर जाने की हो रही अपील
दरभंगा। जंक्शन पर रोजाना विभिन्न प्रदेशों से हजारों की संख्या में प्रवासी कामगार श्रमिक स्पेशल ट्रेनों से पहुंचे रहे हैं।
दरभंगा। जंक्शन पर रोजाना विभिन्न प्रदेशों से हजारों की संख्या में प्रवासी कामगार श्रमिक स्पेशल ट्रेनों से पहुंचे रहे हैं। एक ओर जहां जिले में कोरोना मरीजों की संख्या रोजाना बढ़ रही है। शुक्रवार को भी जिले में 19 नए कोरोना के मामले सामने आए हैं। इसके बाद भी जिला प्रशासन की ओर से असावधानी बरती जा रही है। जहां रेड जोन से आने वाले श्रमिकों के लिए प्रखंडस्तरीय क्वारंटाइन सेंटरों की व्यवस्था है। इसके बाद भी मुंबई, चेन्नई, बेंगलुरु, जालंधर, दिल्ली आदि रेड जोन एरिया से आने वाले प्रवासियों से एक नंबर प्लेटफार्म पर माइक से घोषणा कर अपने-अपने साधनों से घर जाने की जानकारी दी जा रही है। बता दें कि जंक्शन के बाहर इसको ले ऑटो वालों की भीड़ भी लगने लगी है। सभी ऑटो वाले मुंबई, दिल्ली आदि कोरोना रेड जोन वाले राज्यों से आने वाले प्रवासियों से एक से दो हजार रुपये तक चार्ज कर घर तक छोड़ रहे हैं। जबकि, जिला परिवहन विभाग की बसें जंक्शन के पाíकंग में खाली पड़ी रहती है। बिरौल निवासी प्रवासी उमाकांत यादव कहते हैं, मुंबई से श्रमिक स्पेशल ट्रेन से पहुंचा हूं। जंक्शन पर माइक से घोषणा हो रही थी, कि जिनके पास अपना-अपना साधन है, वह उस से सीधे घर जा सकते हैं। जबकि परिवहन विभाग की बसें जंक्शन के बाहर खाली खड़ी दिख रही है। प्रवासी रमेश शंकर मिश्र कहते हैं, महाराष्ट्र के सतारा से पहुंचा हूं। जंक्शन पर स्क्रीनिग की गई, खाने के एक पैकेट्स भी दिए गए। लेकिन, घर जाने के लिए वाहन की व्यवस्था नहीं दिख रही है। माइक से घोषणा हो रही है, कि अपने-अपने साधनों से घर जाएं। ऑटो वाले कुशेश्वस्थान जाने के लिए दो हजार की डिमांड कर रहे हैं। जबकि, मेरे पास इतने पैसे नहीं हैं। इस मामले में कोई भी संबंधित पदाधिकारी कुछ भी बोलने से इनकार कर रहे हैं। शुक्रवार को चार ट्रेनों से पहुंचे तीन हजार 359 प्रवासी :
- मुंबई-दरभंगा श्रमिक स्पेशल ट्रेन से पहुंचे एक हजार 351 प्रवासी
- सतारा (मुंबई)-दरभंगा श्रमिक स्पेशल ट्रेन से पहुंचे 502 प्रवासी
- चेन्नई-दरभंगा श्रमिक स्पेशल ट्रेन से पहुंचे 781 प्रवासी
- लुधियाना-दरभंगा श्रमिक स्पेशल ट्रेन से पहुंचे 725 प्रवासी