बिहार में भगवान गणेश का एडमिट कार्ड जारी, देंगे बीकॉम की परीक्षा, जानिए
एलएन मिथिला यूनिवर्सिटी में भगवान गणेश अब बीकॉम की परीक्षा देंगे। उनका एडमिट कार्ड बन चुका है। वीसी प्रो. सुरेंद्र कुमार सिंह ने कहा है कि मामले की गंभीरतापूर्वक जांच होगी।
दरभंगा [जेएनएन]। एलएन मिथिला यूनिवर्सिटी में भगवान गणेश डिग्री के परीक्षार्थी बन गए थे। उन्हें बीकॉम का परीक्षार्थी बना दिया गया था। उनकी फोटो के साथ एडमिट कार्ड जारी हुआ था। परीक्षा से पहले ही मामला सामने आया तो पता चला कि साइबर कैफे वाले की गलती से असली परीक्षार्थी कृष्ण कुमार की जगह भगवान की गणेश की फोटो वाला एडमिट कार्ड बना था।
मामला जेएन कॉलेज, नेहरा का है। कृष्ण कुमार को एमके कॉलेज, लहेरियासराय में परीक्षा देनी है। राजा राम मोहन राय के पुत्र कृष्ण कुमार ने बीकॉम एकाउंट ऑनर्स पॉर्ट वन का परीक्षा प्रपत्र साइबर कैफे से ऑनलाइन भरा था।
साइबर कैफे वाले ने ऑनलाइन प्रपत्र भरते समय छात्र के बदले गणेशजी की तस्वीर हस्ताक्षर के साथ लगा दी। जब छात्र ने एडमिट कार्ड डाउनलोड किया तो उसकी तस्वीर के स्थान पर गणेशजी की तस्वीर थी।
कैफे वाले से शिकायत की तो उसे फिर मूर्ख बना दिया। सुझाव दिया कि इस पर अपना फोटो चिपका लो और फोटो स्टेट कराकर प्रधानाचार्य से हस्ताक्षर करवा लो। परंतु, इसी दौरान यह मामला सामने आ गया। वह इसकी शिकायत लेकर बुधवार को लनामिविवि पहुंचा।
कुलसचिव प्रो. मुस्तफा कमाल अंसारी ने बताया कि इसमें सिर्फ साइबर कैफे वाला दोषी है। उसने छात्र या फिर विवि की फजीहत कराने के लिए ऐसा किया है।
परीक्षा नियंत्रक डॉ. कुलानंद यादव ने बताया कि छात्र को 9 अक्टूबर से परीक्षा देनी है। दूसरा एडमिट कार्ड निर्गत कर दिया गया है। ऑनलाइन प्रक्रिया पारदर्शी होती है। फॉर्म भरते समय कॉलेज का कोड, रजिस्ट्रेशन नंबर, रौल नंबर व आइडीआर नंबर डालना होता है।
विवि फॉर्म भरने के दौरान इसमें गड़बड़ी की शिकायत मिलने पर इसकी जांच करता है। फिर भी कहीं से कुछ गड़बड़ी न हो जाए इसके लिए एडमिटकार्ड पर परीक्षार्थी को प्रधानाचार्य से हस्ताक्षर कराने को कहा गया है।
गंभीरता पूर्वक होगी जांच : वीसी
लनामिविवि के वीसी प्रो. सुरेंद्र कुमार सिंह प्रथम द़ृष्ट्या इसके लिए छात्र पक्ष को दोषी मानते हैं। उन्होंने कहा कि इसके लिए लड़का खुद दोषी है। विवि प्रशासन ने इसे गंभीरता से लिया है। उच्च स्तरीय कमेटी गठित कर इसकी जांच होगी।