बिरौल में कोरोना पॉजिटिव मिलने के बाद भी नहीं खुली प्रशासन की नींद
दरभंगा। बिरौल में तीन क्वारंटाइन केंद्रों में रह रहे लोगों में चार की कोरोना जांच की रिपोर्ट कोरोना आने के बाद प्रखंड क्षेत्र में दहशत का माहौल है।
दरभंगा। बिरौल में तीन क्वारंटाइन केंद्रों में रह रहे लोगों में चार की कोरोना जांच की रिपोर्ट कोरोना आने के बाद प्रखंड क्षेत्र में दहशत का माहौल है। फिर भी प्रशासन की नींद अबतक नहीं खुली है। जिस तीन क्वारंटाइन केंद्रों से कोरोना पॉजिटिव पाए गए, उन केंद्रों को भी प्रशासन ने अबतक सैनिटाइज नहीं किया है। पटनिया पंचायत के भैनी गांव में बने क्वारंटाइन सेंटर में रह रहे एक व्यक्ति की रिपोर्ट पॉजिटिव है। सभी कोरोना पॉजिटिव को डीएमसीएच रेफर कर दिया गया है। सरकारी मानकों के अनुसार तत्काल उस सभी क्वारंटाइन केंद्रों को सैनिटाइज करने का काम करना था। भैनी गांव निवासी मुकेश कुमार चौधरी ने बताया कि प्रशासन कितना लापरवाह है, इस बात से अंदाजा लगाया जा सकता है कि पूरे क्वारंटाइन केंद्रों को सैनिटाइज करना तो दूर की बात है, जिस कमरे में कोरोना पॉजिटव रह रहे थे, प्रशासन ने अबतक उस कमरे को भी सैनिटाइज नहीं कराया है। मुकेश ने बताया कि इसको लेकर प्रशासन व पंचायत के प्रतिनिधियों के खिलाफ काफी गुस्सा है। लॉकडाउन हटने के बाद ही पंचायत के सभी युवा मिलकर प्रशासन व पंचायत जनप्रतिनिधियों के खिलाफ जमकर विरोध-प्रदर्शन करेंगे। साथ ही अन्य लोगों ने भी जमकर आक्रोश जताया है। कई पंचायत के मुखियों ने बताया कि गांवों में चल रहे प्रखंड स्तरीय क्वारंटाइन सेंटरों को सैनिटाइज सहित पूरी खर्च सीओ और बीडीओ को करना है। वहीं, अधिकारियों का कहना है कि क्वारंटाइन सेंटरों पर सैनिटाइज का कार्य पंचायत फंड से होना चाहिए। इसी कारण क्वारंटाइन केंद्रों पर सैनिटाइज का काम नहीं हो पाया है। हालांकि, भवानीपुर पंचायत में चार क्वारंटाइन केंद्रों पर पंचायत स्तर से सैनिटाइज का कार्य शुरू हो गया है। बता दें कि सुपौल बाजार स्थित क्वारंटाइन सेंटर मदरसा रहमानिया से दो, पोखराम मध्य विद्यालय से एक व भैनी मध्य विद्यालय से एक कोरोना पॉजिटिव मरीज की पुष्टि बुधवार को हुई थी। सभी कोरोना पॉजिटिवों को गुरुवार को प्रशासन ने डीएमसीएच भेज दिया है।
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