मानव श्रृंखला से जनप्रतिनिधि और निकाय कर्मियों को जोड़ें : डीएम
जिलाधिकारी डॉ. त्यागराजन एसएम ने जल जीवन हरियाली नशा मुक्ति बाल विवाह एवं दहेज उन्मूलन अभियान के प्रति जन-जागरूकता पैदा करने के उद्देश्य से 19 जनवरी 2020 को आयोजित राज्यव्यापी मानव श्रृंखला का सफलतापूर्वक निर्माण करने को ले सभी अधिकारियों व कर्मियों को सशक्त भूमिका निभाने का निर्देश दिया है।
दरभंगा । जिलाधिकारी डॉ. त्यागराजन एसएम ने जल जीवन हरियाली, नशा मुक्ति, बाल विवाह एवं दहेज उन्मूलन अभियान के प्रति जन-जागरूकता पैदा करने के उद्देश्य से 19 जनवरी 2020 को आयोजित राज्यव्यापी मानव श्रृंखला का सफलतापूर्वक निर्माण करने को ले सभी अधिकारियों व कर्मियों को सशक्त भूमिका निभाने का निर्देश दिया है। उन्होंने कहा कि यह एक बहुत बड़ा अभियान है। इस अभियान से सरकारी, गैर-सरकारी संस्थान, संगठन आदि सभी को जोड़ना होगा। जनप्रतिनिधियों व निकाय प्रतिनिधियों से भी मानव श्रृंखला निर्माण में सहयोग लेने की बात उन्होंने कही। डीएम ने कहा कि सर्वदलीय बैठक में राज्य सरकार के इस निर्णय की सभी दलों ने अपनी सहमति प्रदान की है। इसलिए सभी दलों के प्रतिनिधि मानव श्रृंखला निर्माण में अपने-अपने स्तर से सहयोग प्रदान करेंगे। उन्होंने कहा कि अनुमंडल स्तर एवं प्रखंड स्तर पर भी स्टेक होल्डर के साथ बैठक आयोजित कर मानव श्रृंखला के सफल क्रियान्वयन को ले कार्य-योजना बनाई जाए। डीएम ने कहा कि दरभंगा जिला क्षेत्र में कुल 468 किमी लंबी मानव श्रृंखला निर्माण को लेकर रूट का निर्धारण कर लिया गया है। इसमें एनएच 57, सकरी-बेनीपुर-बिरौल-कुशेश्वरस्थान पूर्वी, इटहर बांध तक कुल 63 किमी, अलीनगर-तारडीह-कैथवार तक कुल 17 किमी, दोनार से सोनकी तक कुल 10 किमी, होरलपट् मोड़-अशोक पेपर मिल-हायाघाट-डूरसुल मठ तक कुल 18 किमी, लहेरियासराय टावर-बम्बईया चौक-फेकला-बलुआरा-चिकनी मोड़ तक 10 किमी का रूट शामिल है। डीएम त्यागराजन ने कहा कि मानव श्रृंखला का निर्माण सफलतापूर्वक करने को लेकर जिला के प्रत्येक प्रखंड को एक जोन में बांटा गया है और जिला स्तरीय पदाधिकारी को जोनल पदाधिकारी नियुक्त किया गया है। सभी जोनल पदाधिकारी को अपने-अपने जोन में मानव श्रृंखला निर्माण की जवाबदेही दी गई है। उन्होंने कहा कि प्रत्येक दो किमी में एक सेक्टर का गठन किया गया है। एक सेक्टर को 200-200 मीटर में बांटकर एक समन्वयक एवं नोडल की प्रतिनियुक्ति कर 22 दिसंबर तक सेक्टर समन्वयक एवं नोडल की सूची जिला में भेजने को कहा गया है। 18 दिसंबर तक सेक्टरवार प्रतिभागी का नाम अंकित कर उसकी सूची मांगी गई है और 5 जनवरी 2020 तक मानव श्रृंखला में भाग लेने वाले सभी प्रतिभागियों, जनप्रतिनिधियों, आमलोगों की विस्तृत अंतिम सूची भेजने का निर्देश दिया गया है। मानव श्रृंखला निर्माण की तैयारी का अनुश्रवण एवं पर्यवेक्षण करने को ले विभिन्न कोषांगों का गठन कर नोडल पदाधिकरी की नियुक्ति कर दी गई है। कार्मिक कोषांग के वरीय प्रभारी पदाधिकारी अपर समाहर्ता को बनाया गया है। कल्याण कोषांग के वरीय प्रभारी पदाधिकारी नगर आयुक्त, वाहन कोषांग के प्रभारी डीपीजीआरओ. सह अपर समाहर्ता एवं मानव श्रृंखला निर्माण की तैयारी हेतु बैठकों का आयोजन आदि कोषांग के प्रभारी उप विकास आयुक्त को बनाया गया है। मानव श्रृंखला निर्माण में भागदारी निभाने हेतु आमलोगों को प्रेरित करने के उद्देश्य से व्यापक प्रचार-प्रसार करने का भी निर्देश दिया गया है। इसको लेकर सूचना एवं जन संपर्क विभाग की ओर से मल्टीमीडिया सुविधा से युक्त प्रचार वाहन एवं कला-जत्था की टीम के साथ संपूर्ण जिला क्षेत्र में प्रचार-प्रसार किया जाएगा। शिक्षा विभाग की ओर से भी कला-जत्था टीम के द्वारा नुक्कड़ नाटक का मंचन कर प्रचार-प्रसार किया जाएगा। मानव श्रृंखला में सभी वर्ग के स्त्री-पुरूष, पांचवी वर्ग से ऊपर कक्षा के सरकारी एवं गैर-सरकारी विद्यालय, महाविद्यालय, प्रशिक्षण संस्थान, तकनीकी संस्थान आदि के छात्र-छात्राएं, शिक्षक व प्राचार्य आदि भाग लेंगे। बैठक में अपर समाहर्ता विभूति रंजन चौधरी, उप विकास आयुक्त डॉ. कारी प्रसाद महतो, नगर आयुक्त घनश्याम मीणा, सहायक समाहर्ता विनोद दूहन, सिविल सर्जन डॉ. एएन झा, अवर निबंधक मणींद्र नाथ झा आदि मौजूद थे।
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