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नामांकित 316, उपस्थित मात्र 100 छात्र-छात्राएं

शिक्षा की स्थिति बद से बदतर होती जा रही है।

By Edited By: Published: Tue, 21 Feb 2017 03:03 AM (IST)Updated: Tue, 21 Feb 2017 03:03 AM (IST)
नामांकित 316, उपस्थित मात्र 100 छात्र-छात्राएं
नामांकित 316, उपस्थित मात्र 100 छात्र-छात्राएं

दरभंगा। बेनीपुर के मध्य विद्यालयों में शिक्षा की स्थिति बद से बदतर होती जा रही है। बच्चे सामान्य ज्ञान से दूर होते जा रहे हैं। अधिकांश विद्यालयों में शिक्षक निर्धारित समय पर विद्यालय नहीं आते हैं और समय से पहले ही विद्यालय से चले जाते हैं। दैनिक जागरण की टीम ने ऑपरेशन ब्लैकबोर्ड के तहत धेरूख स्थित राजकीय उत्क्रमित मध्यविद्यालय का जायजा लिया।

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दिन के 12 बजे : विद्यालय के बरामदे पर प्रधानाध्यापक अरुण कुमार पासवान तीन शिक्षकों के साथ बात कर रहे थे। आठ शिक्षकों में एक शिक्षक रामजीत मांझी विद्यालय में नही थे। वे ट्रे¨नग पर गए हुए हैं। दूसरे शिक्षक सच्चिदानंद ठाकुर प्रखंड शिक्षा कार्यालय में प्रतिनियुक्ति के कारण नहीं थे। शेष शिक्षक यदुनंदन यादव, हीरामोहन ठाकुर, महेंद्र कुमार यादव, अनामिका कुमारी, जानकीनाथ मिश्र, रामपरीक्षण यादव विद्यालय में मौजूद थे।

12. 20 बजे : विद्यालय के वर्ग 1, 2 एवं 3 के बच्चे एक कमरे में जमीन पर बैठकर पढ़ रहे थे। जबकि वर्ग 4 से लेकर 8 तक के अधिकांश छात्र छात्राएं आधार कार्ड बनवाने के लिए बेनीपुर गए ह ए थे। विद्यालय में कुल नामांकित 316 छात्रों में लगभग 100 छात्र ही उपस्थित पाए गए।

12. 45 बजे : किचेन शेड में रसोईया बच्चों के लिए भोजन बना रही थी। बच्चों के लिए चावल, दाल और सब्जी बन रहे थे।

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अनुमंडल का नाम बिहार है

वर्ग 8 के छात्र शिवम कुमार झा एवं राहुल कुमार झा से जब पूछा गया कि बिहार के शिक्षा मंत्री का नाम क्या है । तो बच्चों का कहना था कि शिक्षा मंत्री का नाम प्रकाश जावेदकर है। अनुमंडल का नाम भारत है। वर्ग 8 की छात्रा अनामिका कुमारी एवं रूपम क मारी से जब पूछा गया कि उनके अनुमंडल का नाम क्या है तो उक्त दोनों ने बताया कि अनुमंडल का नाम बिहार है।

--बच्चों को दी जाती जीएस की शिक्षा

प्रधानाध्यापक अरुण कुमार पासवान का कहना था कि विद्यालय में बच्चो को जनरल नॉलेज का ज्ञान तो दिया जाता है। लेकिन वे भूल जाते हैं। उनका कहना था कि विद्यालय की चहारदीवारी को ऊंचा नहीं किए जाने के कारण हमेशा दुर्धटना की आशंका बनी रहती है। विद्यालय प्रांगण में नाला का निर्माण कार्य भी अविलंब करवाया जाना चाहिए।


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