Move to Jagran APP

मैट्रिक के परीक्षार्थियों ने समझाया सत्ता में साझेदारी का फॉर्मूला

शुक्रवार को मैट्रिक के परीक्षार्थियों ने समाज अध्ययन विषय की परीक्षा में सत्ता में साझेदारी के साथ नगर निगम के कार्य से संबंधित प्रश्नों के उत्तर देकर उम्मीद जताई कि स्कोर के बुलंदियों को छूएंगे। इसके अलावा इतिहास में चंपारण सत्याग्रह पर भी अपनी जानकारी का ठप्पा लगाया।

By JagranEdited By: Published: Sat, 20 Feb 2021 12:35 AM (IST)Updated: Sat, 20 Feb 2021 12:35 AM (IST)
मैट्रिक के परीक्षार्थियों ने समझाया सत्ता में साझेदारी का फॉर्मूला
मैट्रिक के परीक्षार्थियों ने समझाया सत्ता में साझेदारी का फॉर्मूला

दरभंगा । शुक्रवार को मैट्रिक के परीक्षार्थियों ने समाज अध्ययन विषय की परीक्षा में सत्ता में साझेदारी के साथ नगर निगम के कार्य से संबंधित प्रश्नों के उत्तर देकर उम्मीद जताई कि स्कोर के बुलंदियों को छूएंगे। इसके अलावा इतिहास में चंपारण सत्याग्रह पर भी अपनी जानकारी का ठप्पा लगाया। बहुराष्ट्रीय कंपनियों की परिभाषा देकर अपने अर्थशास्त्रीय ज्ञान का परिचय दिया। लावा उदारीकरण और बिहार में पिछड़ेपन को भी रेखांकित किया। दोनों पालियों में परीक्षा शांतिपूर्ण रही। सभी 54 केंद्रों पर कदाचारमुक्त ढंग से परीक्षा का संचालन किया गया। प्रथम पाली में दरभंगा शहर के अलावा बेनीपुर और बिरौल अनुमंडल मुख्यालय स्थित परीक्षा केंद्रों में 28223 परीक्षार्थी आवंटित थे। इनमें 27748 परीक्षार्थी उपस्थित हुए। दूसरी पाली में 27921 आवंटित परीक्षार्थियों में 27426 परीक्षार्थी उपस्थित हुए। कुल 970 परीक्षार्थी अनुपस्थित थे। परीक्षार्थियों ने बताया कि प्रश्न पत्र सही थे कहीं कोई कठिनाई नहीं हुई। वस्तुनिष्ठ प्रश्न भी परीक्षार्थियों को प्रसन्न कर गए। सफी मुस्लिम स्कूल परीक्षा केंद्र से निकलने वाली महिला परीक्षार्थी सविता कुमारी ने कहा कि इतिहास, अर्थशास्त्र, भूगोल और समाज शास्त्र के हर अध्याय से प्रश्न पूछे गए थे। मारवाड़ी हाई स्कूल परीक्षा केंद्र से दूसरी पाली की परीक्षा देकर निकल रहे परीक्षार्थी मिथिलेश कुमार बहुत प्रसन्न थे। बताया कि वस्तुनिष्ठ सभी प्रश्नों का उत्तर देकर आ रहा हूं। आशा है कि शत प्रतिशत अंक आएगा। विद्यापति हाई स्कूल के पास पहली पाली की परीक्षा देकर खड़े छात्र अर्जुन कुमार ने कहा कि वस्तुनिष्ठ प्रश्नों में लेनिन की मृत्यु, आर्य समाज के संस्थापक आदि के संबंध में पूछा गया था। सभी प्रश्नों के उत्तर दिए हैं। शिक्षक संजय कुमार ने कहा कि कोरोना काल में बाधित हुई बच्चों की पढ़ाई का ध्यान बिहार विद्यालय परीक्षा समिति ने रखा है। इसी लिए प्रश्नों को किसी प्रकार के घुमाव बनाने से बचाया गया। छात्रों की कठिनाई को ध्यान में रखकर कर परीक्षा ली जा रही है।

loksabha election banner

-----------


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.