डीएसपी के फेसबुक अकाउंट से साइबर बदमाशों ने की पैसा ठगने की कोशिश
दरभंगा। साइबर फ्रॉड ने पटना रेल डीएसपी जयप्रकाश सिंह के एकाउंट को हैक कर उनके पि
दरभंगा। साइबर फ्रॉड ने पटना रेल डीएसपी जयप्रकाश सिंह के एकाउंट को हैक कर उनके परिचितों से रुपये ठगी करने की कोशिश की गई। जय प्रकाश सिंह इससे पूर्व में लंबे समय तक दरभंगा में इंस्पेक्टर के पद पर तैनात थे। उनके फेसबुक एकाउंट में यहां के कई मित्र शामिल हैं। उनके फेसबुक फ्रेंड से रुपये मांगी गई।
यह हुई घटना : अचानक लहेरियासराय थाने के महदौली मोहल्ला के एक शख्स के फेसबुक मैसेंजर पर मैसेज आया। कहा गया कैसे हो, जवाब दिया गया अच्छा हूं सर आप कैसे है और कहां है। कुछ जवाब मिलता उससे पहले लिखा गया एक काम है कर सकते हो क्या। इधर से कहा गया बोलिए। ठग ने कहा फोन पे यूज करते हो क्या। जवाब दिया गया क्या, नहीं समझे सर, आप जेपी बाबू हैं ना। इस बार भी पूछे गए सवालों का जवाब नहीं दिया। हालांकि, कुछ ही पल में उसने लिखा कुछ पैसे चाहिए। सवालों का उत्तर नहीं मिलने और हर बार आप की जगह तुम का संबोधन सामने वाले को सोचने पर मजबूर कर दिया। इसी बीच साइबर फ्रॉड ने फिर से मैसेज किया। कहा यस। इसके बाद सामने वाले ने लिखा सर आप अभी कहां हैं। उत्तर मिला मैं ड्यूटी पर हूं। पुन: सवाल किया गया कि कहां पोस्टिग है अभी। ठग ने सही जवाब देने की जगह फिर से रुपये की मांग की। कहा आप पैसा डालो, मुझे अर्जेट है। आपकों मॉर्निग में बात करूंगा। बातचीत से सामने वाले को पूरा एहसास हो गया कि डीएसपी के फेसबुक को किसी ने हैक कर लिया। ऐसी स्थिति में वे ठगी के शिकार होने से बच गए।
पहले भी घटी घटना : कुछ माह पहले भी तत्कालीन रैयाम थानाध्यक्ष राकेश कुमार सिंह के फेसबुक एकाउंट को हैक कर रुपये की मांग की गई थी। घटना की जानकारी मिलते ही उन्होंने अपना एकाउंट तत्काल लॉक कर दिया था। साथ सभी मित्रों को झांसा में फंसने से अगाह कर दिया था।
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जागरूकता अभियान का नहीं दिख रहा असर :
साइबर फ्रॉड लगातार लोगों के खाता से रुपये उड़ाने में लगे हैं। नाग मंदिर निवासी व वार्ड संख्या 18 के पार्षद शशिचंद्र पटेल के फेसबुक आइडी को हैक कर उनके जख्मी होने की फर्जी तस्वीर अपलोड कर कोरोना काल में आर्थिक मदद करने के नाम पर कई लोगों को चूना लगा दिया। इसी तरह की घटना सिंहवाड़ा थाना क्षेत्र के सनहपुर मुखिया अमृत चौरसिया के साथ घटी है। जबकि, इससे बचने के लिए पुलिस लगातार लोगों के बीच जागरूकता अभियान चला रही है। सभी थानों और प्रमुख चौक-चौराहों सहित बैंक, एटीएम आदि जगहों पर साइबर फ्रॉड से बचने के लिए पोस्टर लगाए गए हैं। इसके बाद भी लोग झांसे में फंस जाते हैं। जानकारों का कहना है कि ऑनलाइन ठगों का गिरोह फेसबुक पर किसी भी व्यक्ति की प्रोफाइल फोटो डाउनलोड कर उसकी फर्जी प्रोफाइल तैयार कर रहे हैं। इसके बाद उसके फ्रेंड लिस्ट में जुड़े फेसबुक मित्रों से इमरजेंसी, मजबूरी, अचानक स्वास्थ्य खराब होने, दुर्घटना होने या किसी अन्य प्रकार से सहानुभूति पाकर फोन- पे या गूगल- पे के माध्यम से पैसे की मांग कर रहे हैं, इससे बचाव के लिए सतर्क रहना ही एक मात्र उपाय है।
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ऐसा कर ठगी से बच सकते हैं लोग : फेसबुक पर डुप्लीकेट एकाउंट या हैक किए जाने से बचा जा सकता है। इसके लिए फेसबुक का पासवर्ड, मोबाइल नंबर, सरनेम, अपना नाम, जन्मतिथि पर रखना उचित नहीं है। फेसबुक प्रोफाइल और प्रोफाइल पिक्चर को लॉक करने रखना चाहिए। साथ ही अपने फ्रेंड लिस्ट को (ओनली मी) हाइड करके रखना चाहिए। साइबर अपराधी फेसबुक पर उन्हीं लोगों को निशाना बनाते हैं जिनके फ्रैंड लिस्ट की सूची पब्लिक के लिए उपलब्ध है। साथ ही फेसबुक मैसेंजर पर किसी अनजान व्यक्ति से चैट करने से बचे। कभी गुमराह करने की कोशिश की जाए तो संबंधितों से फोन पर बात करें।
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