अब वेबसाइट पर शिक्षकों का नंबर व मेल आईडी, छात्र कर सकेंगे सीधा संवाद
दरभंगा। ललित नारायण मिथिला विश्वविद्यालय के पीजी विभाग व कॉलेज के शिक्षकों के मोबाइल व व्हाट्सएप नंबर और ई-मेल आईडी वेबसाइट पर जारी किए जाएंगे। ताकि छात्र उनसे सीधा संवाद कर सकें और अपनी शैक्षणिक समस्याओं का हल प्राप्त कर सकें। ऐसी व्यवस्था कोरोना से बचाव के मद्देनजर लॉकडाउन को देखते हुए की गई है।
दरभंगा। ललित नारायण मिथिला विश्वविद्यालय के पीजी विभाग व कॉलेज के शिक्षकों के मोबाइल व व्हाट्सएप नंबर और ई-मेल आईडी वेबसाइट पर जारी किए जाएंगे। ताकि, छात्र उनसे सीधा संवाद कर सकें और अपनी शैक्षणिक समस्याओं का हल प्राप्त कर सकें। ऐसी व्यवस्था कोरोना से बचाव के मद्देनजर लॉकडाउन को देखते हुए की गई है। कॉलेज व विश्वविद्यालयों में कक्षाएं ठप हैं। शिक्षकों को घर पर रहने का निर्देश है। ऐसी परिस्थिति में छात्रों को शैक्षणिक समस्याएं ना हो, इसके लिए विश्वविद्यालय प्रशासन ने यह नई व्यवस्था शुरू की है। इसके साथ ही कुलपति प्रो. राजेश सिंह ने विश्वविद्यालय में डिजिटल लेक्चर अपलोडिग एंड मॉनीटरिग कमेटी का गठन कर दिया है। यह कमेटी विश्वविद्यालय के स्नातकोत्तर विभागों एवं कॉलेजों के विभागाध्यक्षों, संकायध्यक्षों प्रधानाचार्यों एवं शिक्षकों से ऑनलाइन प्राप्त लेक्चर व अन्य पाठ्य सामग्रियों की समीक्षा कर वेबसाइट पर छात्रों के लिए जारी करेगी। विवि के अध्यक्ष छात्र कल्याण प्रो. रतन कुमार चौधरी इस कमेटी के अध्यक्ष व विकास पदाधिकारी डॉ. केके साहू समन्वयक बनाए गए हैं। अध्यक्ष को अधिकृत किया गया है कि वे अपने साथ इस कमेटी में विभिन्न संकायों से एक-एक शिक्षक को सदस्य के रूप में शामिल कर सकते हैं। अध्यक्ष अपने स्तर से इस कमेटी के सभी सदस्यों के व्हाट्सएप-मोबाइल नंबर एवं ई-मेल आईडी की सूचना जारी करेंगे और इसे विश्वविद्यालय के वेबसाइट के होम पेज पर भी देंगे। विभागाध्यक्षों व प्रधानाचार्यों की यह जिम्मेवारी होगी कि वे अपने अधीनस्थ कार्यरत शिक्षकों से प्राप्त होने वाले लेक्चर की समीक्षा कर कमेटी के सदस्यों को भेजेंगे। सभी प्रधानाचार्य व विभागाध्यक्ष उक्त कमेटी के माध्यम से एवं अपने स्तर से सुनिश्चित करेंगे कि उनके अधीनस्थ सभी कर्मचारियों, विशेषकर शिक्षकों के व्हाट्सएप, मोबाइल नंबर व ई-मेल आईडी कॉलेज व विश्वविद्यालय के वेबसाइट के होम पेज पर उपलब्ध है। विश्वविद्यालय के सभी छात्र-छात्राएं अपने शिक्षकों से सीधे संवाद करने के लिए वेबसाइट पर उपलब्ध शिक्षकों के नंबर से संपर्क कर सकेंगे और किसी प्रकार की असुविधा होने पर विश्वविद्यालय के वेबसाइट पर उपलब्ध कमेटी के सदस्यों से सीधे संपर्क कर सकेंगे।