सरकार की घोषणा के बाद भी छात्राओं व एससी-एसटी छात्रों से लिया जा रहा शुल्क : संदीप
ललित नारायण मिथिला विश्वविद्यालय में 25 सूत्री मांग पत्र को लेकर छात्र संगठन आइसा ने सोमवार को प्रदर्शन किया।
दरभंगा । ललित नारायण मिथिला विश्वविद्यालय में 25 सूत्री मांग पत्र को लेकर छात्र संगठन आइसा ने सोमवार को प्रदर्शन किया। इनकी प्रमुख मांगों में फीस वृद्धि वापस लेने, पीजी-यूजी में सीट बढ़ाने, दूरस्थ शिक्षा निदेशालय का स्कूल गुरु से समझौता रद करने, दूरस्थ शिक्षा निदेशालय में सहायक कुलसचिव की फर्जी बहाली को रद करने, छात्र-छात्राओं के अनुपात में विवि व कॉलेज में हॉस्टल बनाने, छात्राओं से एडमिशन के नाम पर लिए गए पैसे वापस करने सहित 25 मांगें शामिल थे। मांगों के समर्थन में आइसा कार्यकर्ताओं ने विवि मुख्यालय पर जमकर नारेबाजी की। इससे पूर्व कार्यकर्ताओं का जत्था जुलूस की शक्ल में एमएलएसएम कॉलेज से रवाना हुआ जो आयकर चौक, भोगेंद्र झा चौक, श्यामा मंदिर, कैंटिन होते हुए विवि मुख्यालय पहुंचा। वहां पहुंचते ही जुलूस प्रदर्शन में तब्दील हो गया। नेतृत्व आइसा जिलाध्यक्ष प्रिस राज, विशाल मांझी, अजय कुमार, प्रकाश झा, लोकेश राज, निशा कुमारी, प्रीति कुमारी ने संयुक्त रूप से किया। विवि मुख्यालय में आइसा कार्यकर्ताओं ने सभा की जिसकी अध्यक्षता आइसा राज्य उपाध्यक्ष सुनील कुमार ने की।
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भ्रष्टाचार का अड्डा बना दूरस्थ शिक्षा निदेशालय :
राज्य सह सचिव सह विश्वविद्यालय संयोजक संदीप कुमार चौधरी ने कहा कि एक तरफ बिहार की न्याय के साथ विकास की बात करने वाली सरकार छात्राओं और एससी-एसटी छात्रों के लिए मुफ्त शिक्षा की बात करती है, वहीं दूसरी ओर लनामिविवि में छात्राओं और एससी-एसटी से नामांकन शुल्क लिया जा रहा है। जबकि, 2015 में ही राज्य सरकार ने इसकी घोषणा कर दी थी। कहा कि सरकार को यह सुनिश्चित करना होगा कि बिहार के सारे विश्वविद्यालयों में छात्राओं और एससी-एसटी छात्रों से जो नामांकन शुल्क लिया जा रहा है, वह तत्काल बंद हो और मुफ्त शिक्षा की घोषणा के अनुरूप गारंटी हो। कहा कि विवि के अधिकारी लगातार गलत कदम उठा रहे हैं। दूरस्थ शिक्षा निदेशालय भ्रष्टाचार का अड्डा बन चुका है। सिडिकेट से निर्णय पास होने के बाद अब तक स्कूल गुरु से असंवैधानिक समझौता रद नहीं हुआ। सहायक कुलसचिव की बहाली फर्जी तरीके से कर दी गई है। जांच कमेटी भी बनी, लेकिन आज तक उस पर कोई एक्शन नहीं हुआ। इसके खिलाफ राजभवन को लिखा जाएगा।
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वार्ता नहीं करने पर कुलपति का जलाया पुतला :
प्रदेश सह सचिव वतन कुमार ने कहा की सरकार ने साजिश के फीस वृद्धि की है, ताकि गरीब तबके के छात्र उच्च शिक्षा से वंचित रह जाएं। आइसा उपाध्यक्ष सुनील कुमार ने कहा कि विवि के बहुत सारे कॉलेज में पीजी की पढ़ाई नहीं हो रही है। विवि छात्रों के शिक्षा के प्रति गंभीर नहीं है। प्रदर्शन के बाद विवि प्रशासन की ओर से वार्ता की पहल नहीं होने पर छात्र आक्रोशित हो गए। इसके बाद छात्रों ने कुलपति कार्यालय के सामने कुलपति का पुतला जलाया। वक्ताओं ने कहा कि विवि प्रशासन की तानाशाही के खिलाफ जल्द ही विश्वविद्यालय का चक्का जाम किया जाएगा। साथ ही कुलपति के खिलाफ निदा प्रस्ताव भी पारित किया। प्रदर्शन में मयंक कुमार, राहुल राज, अनिकेत रंजन, निखिल कुमार, उज्जवल कुमार, अमरजीत कुमार, निशा कुमारी, प्रीति कुमारी, मनीषा कुमारी, लोकेश राज, राजू झा, जितेंद्र सहनी, अजय कुमार, राजा बाबू, शंभु चौरसिया, प्रदीप कुमार, अन्नू कुमारी, खुशबू कुमारी, पूनम कुमारी, ममता कुमारी, राजू कर्ण सहित कई छात्र शामिल रहे।
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