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असामाजिक तत्वों ने लगाई आग : डीआरएम

दरभंगा स्टेशन के यार्ड में तीन दिनों के अंदर दो कोच के धू-धूकर जलने के मामले में सोमवार को डीआरएम अशोक माहेश्वरी ने घटना स्थल का जायजा लिया।

By JagranEdited By: Published: Tue, 10 Sep 2019 01:56 AM (IST)Updated: Tue, 10 Sep 2019 06:34 AM (IST)
असामाजिक तत्वों ने लगाई आग : डीआरएम
असामाजिक तत्वों ने लगाई आग : डीआरएम

दरभंगा । दरभंगा स्टेशन के यार्ड में तीन दिनों के अंदर दो कोच के धू-धूकर जलने के मामले में सोमवार को डीआरएम अशोक माहेश्वरी ने घटना स्थल का जायजा लिया। लाव-लश्कर के साथ डीआरएम ने यार्ड में खड़ी बिहार संपर्क क्रांति और स्पेयर रैक के एक-एक कोच में लगी आग का कारण जानने की कोशिश की। डीआरएम के समक्ष तकनीकी विभाग के अभियंताओं व अधिकारियों ने स्पेयर बोगी के एक सिट पर किरोसन डालकर आग लगाकर यह देखने की कोशिश की आग कितनी देर में लगती है और कितने समय में उसका असर भयावह बन सकता है। लेकिन, कुछ ही देर में आग स्वत: बुझ गई। इससे स्पष्ट हुआ कि आग लगाने वाले असामाजिक तत्वों ने घटना में पेट्रोलियम पदार्थ का इस्तेमाल किया। घटना को अंजाम देने के लिए पेट्रोलियम पदार्थ का मात्रा भी अधिक होने की संभावना व्यक्त की गई। यही कारण था कि पूरी कोच एक साथ धू-धूकर जल गई। स्थिति को देख डीआरएम माहेश्वरी ने संबंधित अधिकारियों को यार्ड में खड़ी सभी ट्रेनों की गेट और खिड़कियां प्राथमिकता के साथ लॉक रखने का निर्देश दिया। इसमें लापरवाही बरतने वालों पर उन्होंने कड़ी कार्रवाई की चेतावनी दी। कहा कि यार्ड खुला रहने के कारण बाहरी लोगों का आना-जाना होता है। ऐसे में चाहरदिवारी निर्माण कराने का उन्होंने आदेश दिया। कहा कि जब तक यह कार्य पूरा होगा, उससे पहले पूरे क्षेत्र को बैरेकेटिग की जाए। अनुसंधान पूरा होने और दोषियों के पकड़े जाने तक यार्ड की निगरानी में तैनात जवान नियमित ड्यूटी करते रहेंगे। उन्होंने रेलवे का अपना अग्निशमनदस्ता होने पर भी विचार किया। यार्ड में लाइटिग की व्यवस्था उत्तम हो, उसपर काम करने को कहा गया। डीआरएम ने बारी-बारी से सभी अधिकारियों से फीडबैक लिया। ताकि, संबंधितों की राय पर बेहतर कार्ययोजना तय की जा सके। मीडिया से बात करते कहा कि पूरे मामले की जांच की जा रही है। एक से दो दिनों में पूरा मामला साफ हो जाएगा। अतिक्रमण और रेलवे क्षेत्र में लग रही दुकानें को हटाने के लिए उन्होंने अभियान चलाने की बात कहीं। कहा कि इस घटना से देश को काफी क्षति हुई है। घटना को सुनियोजित ढ़ग से अंजाम देने की बात कहीं। कहा कि अब यह पता लगाया जा रहा है कि इसके पीछे क्या कारण हो सकता है। उन्होंने आम लोगों और यात्रियों को भी जागरूक होने और असामाजिक तत्वों की पहचान में मदद करने को कहा। इस दौरान उन्होंने निर्माणधीन लिफ्ट और स्केलेटर का भी निरीक्षण किया। उन्होंने संवेदक को कई दिशा-निर्देश दिए। फूड प्लाजा का उन्होंने निरीक्षण कर खाना खा रहे यात्रियों से रुपये देने से पहले बिल लेने मांगने की नसीहत दी। मौके पर आरपीएफ कमांडेंट अंशुमन त्रिपाठी, इंस्पेक्टर जवाहर लाल, स्टेशन अधीक्षक अशोक कुमार सिंह, सहायक अभियंता दिलीप कुमार, स्टेशन निदेशक बलराम सहित कई अधिकारी मौजूद थे।

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तीन नशेड़ी गिरफ्तार

यार्ड से जीआरपी ने तीन नशेड़ियों को गिरफ्तार कर न्यायिक हिरासत में समस्तीपुर भेज दिया है। इनमें लक्ष्मीसागर मोहल्ला का संजय कुमार मंडल उर्फ मंगला, मनीष कुमार और गणेश कुमार शामिल हैं। जबकि एक भागने में कामयाब रहा। इन लोगों के पास गांजा और नशीली दवा लेने वाली सूई भी बरामद की गई है। बताया जाता है कि चारों यार्ड के पास संदिग्ध स्थिति में घूम रहे थे। पूछताछ और चेकिग के दौरान इन लोगों के पास से नशीला पदार्थ भी मिला। इसके बाद सभी को दबोच लिया गया।

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साजिश पर जांच शुरू

लगातार तीन दिनों के अंदर बिहार संपर्क क्रांति और स्पेयर रैक की एक-एक कोच में आग लगने से रेलवे में हड़कंप मच गया है। सभी तरह की जांच के बाद असामाजिक तत्वों की बात सामने आ रही है। इसमें यार्ड के अंदर ट्रेनों की सफाई और मेंटेनेंस से संबंधित ठेकेदारी में हाल के दिनों में हटाए गए स्थानीय कर्मियों की खोज भी तेज कर दी गई है। पूछताछ के तहत एक लिस्ट तैयार की जा रही है। ताकि, अनुसंधान की गति मिल सके। जांच में कुछ बाहरी कर्मियों की भी तलाश है।

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पुरस्कृत होंगे कर्मी

घटना में जिस तरह से आग लगी, उसमें पूरी ट्रेन आग की चपेट में आ सकती थी। लेकिन, स्थानीय कर्मियों ने त्वरित कार्रवाई कर पूरी ट्रेन को जलने से बचा लिया। इसे देखते हुए डीआरएम माहेश्वरी ने सभी कर्मियों को पुरस्कृत करने की बात कहीं है।

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