जिद्दी अतिक्रमणकारियों पर बलपूर्वक होगी कार्रवाई : डीएम
प्राकृतिक जल स्रोतों जैसे तालाब पोखर आहर व पईन आदि पर अवैध रूप से अतिक्रमण कर लेने वाले व्यक्तियों के विरुद्ध दंडात्मक कार्रवाई तेज कर दी गई है।
दरभंगा । प्राकृतिक जल स्रोतों जैसे तालाब, पोखर, आहर व पईन आदि पर अवैध रूप से अतिक्रमण कर लेने वाले व्यक्तियों के विरुद्ध दंडात्मक कार्रवाई तेज कर दी गई है। दरभंगा सदर एवं बेनीपुर अंचल के सीओ द्वारा अतिक्रमणकारियों के विरुद्ध नोटिस जारी कर दिया गया है। अतिक्रमणकारी यदि स्वयं नहीं हटेंगे तो उन्हें बलपूर्वक हटाया जाएगा। जिलाधिकारी डॉ. त्यागराजन एसएम ने कहा कि अतिक्रमणकारियों के विरुद्ध सख्ती से पेश आया जाएगा। जिन लोगों ने भी तालाब व पोखर आदि की जमीन पर अतिक्रमण करके मकान, दुकान आदि का निर्माण कर लिया है, उन्हें वहां से हटाना पड़ेगा। वे आंबेडकर सभाकक्ष में राजस्व विभाग की समीक्षा बैठक के दौरान अधिकारियों को संबोधित कर रहे थे। बैठक में केवटी सीओ ने बताया कि अंचल में 196 सरकारी तालाब हैं, जिसमें से 50 सरकारी तालाब पर अतिक्रमण है। बहादुरपुर सीओ ने बताया कि उन्होंने 6 तालाबों का सर्वेक्षण कराया है, जिसमें से बलुआही पोखर में अतिक्रमण पाया गया है। सदर अंचलाधिकारी ने बताया गया कि दिग्घी व लाल पोखर में अतिक्रमण पाया गया है। इस दौरान सभी अंचलाधिकारियों ने तालाबों का सर्वेक्षण प्रतिवेदन समर्पित किया। केवटी के सर्वेक्षण प्रतिवेदन को छोड़कर अन्य सभी अंचलों के प्रतिवेदन में कई त्रुटियां पाई गई। इस पर सभी अंचलाधिकारियों को अपने क्षेत्राधीन अवस्थित सभी सरकारी तालाबों का स्थलीय सर्वेक्षण करके दोबारा संशोधित प्रतिवेदन सोमवार तक उपलब्ध कराने का निर्देश दिया गया। कहा कि अंचल कर्मी अभिलेख के साथ स्थल पर जाएंगे और जितने हिस्से में अतिक्रमण पाया जाएगा, उसका विहित प्रपत्र में प्रतिवेदन तैयार करके जिला राजस्व शाखा को प्रेषित करेंगे। अंचल से प्राप्त प्रतिवेदन के आधार पर अतिक्रमणकारियों के विरुद्ध अतिक्रमण वाद चलाया जाएगा और तालाब-पोखर को अतिक्रमण मुक्त कराया जाएगा। डीएम ने सभी अंचलाधिकारियों को शत-प्रतिशत तालाबों का सर्वेक्षण कराने की सख्त हिदायत दी। कहा कि एक भी तालाब छूटेगा या पक्षपात पूर्ण प्रतिवेदन प्राप्त होगा तो संबंधित सीओ पर कार्रवाई होगी। जलसंकट को देखते हुए मनरेगा से जल संचयन का कार्य किए जाने की बात कही गई। नल-जल योजना के तहत 4400 वार्डों में 3200 योजनाओं पर कार्य चलने की जानकारी दी गई। डाटा बेस अद्यतीकरण में पांच अंचल का कार्य असंतोषजनक :
बाढ़ पूर्व तैयारी की समीक्षा में आपदा प्रबंधन विभाग के संपूिर्त्त पोर्टल पर लाभार्थियों का डाटा बेस अद्यतीकरण में कुशेश्वरस्थान, गौड़ाबौराम, किरतपुर, जाले, सिंहवाड़ा अंचल के कार्य को असंतोषजनक पाया गया। डीएम ने संबंधित एसडीओ, प्रखंड के वरीय प्रभारी पदाधिकारी को इन अंचलों में विशेष कैंप लगाकर संपूिर्त्त पोर्टल पर अविलंब डाटा अद्यतीकरण करने का निर्देश दिया। सभी सीओ को नाव परिचालन के लिए घाटों की सूची भेजने को कहा गया। कहा कि असुरक्षित घाटों पर किसी हालत में नाव का परिचालन नहीं होगा। ऑनलाइन म्यूटेशन की समीक्षा में बहेड़ी, हनुमाननगर, हायाघाट, जाले, कुशेश्वरस्थान, सिंहवाड़ा अंचलों की प्रगति असंतोषजनक पाई गई। बैठक में अपर समाहर्ता विभूति रंजन चौधरी, डीडीसी डॉ. कारी प्रसाद महतो, अपर समाहर्ता (विभागीय जांच) वीरेंद्र प्रसाद, एसडीओ सदर राकेश कुमार गुप्ता, बिरौल ब्रज किशोर लाल, बेनीपुर प्रदीप कुमार झा, डीसीएलआर सदर पुष्पेश कुमार, रामदुलार राम, जिला पंचायती राज पदाधिकारी शत्रुध्न कामती आदि मौजूद रहे।
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