आउटसोर्सिंग के खिलाफ निगम एवं परिषद में कामकाज रहा ठप
आउटसोर्सिंग के खिलाफ दरभंगा नगर निगम और बेनीपुर नगर परिषद के कर्मचारियों ने मंगलवार से अनिश्चितकालीन हड़ताल की शुरुआत कर दी।
दरभंगा। आउटसोर्सिंग के खिलाफ दरभंगा नगर निगम और बेनीपुर नगर परिषद के कर्मचारियों ने मंगलवार से अनिश्चितकालीन हड़ताल की शुरुआत कर दी। इस दौरान निगम परिसर में नारेबाजी करते हुए प्रदर्शन किया और धरने पर बैठ गए। बाद में उप महापौर, नगर आयुक्त, प्रबंधक एवं वार्ड पार्षदों ने सकारात्मक आश्वासन देकर हड़ताल को स्थगित कराया। उधर बेनीपुर में कर्मचारियों ने मांगें पूरी होने तक हड़ताल पर डटे रहने की घोषणा की। दरभंगा नगर निगम परिसर में आयोजित धरने की अध्यक्षता शशिकांत मिश्र ने की। कहा कि पटना नगर निगम द्वारा जिस प्रकार से संविदा एवं दैनिक कर्मियों को नियमित किया गया है, उसी प्रकार यहां के कर्मियों को भी नियमित किया जाए। इस बीच उप महापौर, नगर आयुक्त, प्रबंधक एवं सशक्त स्थायी समिति के सदस्य अजय कुमार जालान, सुबोध विश्वकर्मा, सोहन यादव, नूसरत आलम, विनोद मंडल आदि धरना स्थल पर पहुंचे। महासचिव मोख्तार अहमद खां ने विस्तारपूर्वक अपनी मांगों से अवगत कराया। सभी ने मांगों का समर्थन करते हुए आश्वासन दिया कि किसी भी कर्मी का आउटसोर्स नहीं किया जाएगा। संविदा एवं दैनिक कर्मियों को स्थायी किया जाएगा। इसके बाद हड़ताल स्थगित करने की घोषणा की गई। धरना सभा को अनिल कुमार, वीरेंद्र झा, राकेश राम, गीता देवी, दीपक राम, बप्पी राम, जगमोहन राय, कमरे आलम, शिवशंकर राय, फौजदार राम, श्याम राम, अमानुल्लाह खां, अमरनाथ राय, संजीव राम, गणेश प्रधान आदि ने अपने विचार रखे।
उधर, बेनीपुर नगर परिषद कामगार यूनियन के अध्यक्ष मोहन चौधरी, सचिव निशांत सौरभ, उपाध्यक्ष मुक्तिनाथ झा के नेतृत्व में कार्यालय के मुख्य द्वार पर धरना प्रदर्शन किया गया। वक्ताओं ने कहा कि वेतन विसंगति को दूर कर जबतक समान पद के लिए समान वेतन को लागू नहीं किया जाता तबतक सभी कर्मी अनिश्चितकालीन हड़ताल पर डटे रहेंगे और नगर परिषद कार्यालय के कामकाज को चलने नहीं देंगे। आरटीपीएस काउंटर से वापस लौटे लोग :
कर्मियों के हड़ताल पर चले जाने से आरटीपीएस काउंटर पर से दर्जनों लोग वापस लौट गए। रुक-रुक कर हो रही बारिश के कारण नगर परिषद के 29 वार्डो में जगह जगह पर हुए जलजमाव की समस्या का निदान नहीं होने से स्थिति और विकट हो गई है। हड़ताल की वजह से किसी वार्ड में साफ सफाई नहीं हुई जिसके कई वार्डो में जगह जगह पर कचरे का ढेर देखा गया। कर्मियों के आंदोलन की वजह से मुख्य पार्षद सुरेंद्र कुमार झा, उप मुख्य पार्षद मो. जफरुदीन तथा कार्यपालक पदाधिकारी राजेश कुमार झा को कार्यालय के मुख्य द्वार से ही वापस लौटना पड़ा।