पुलिस पदाधिकारियों को अब बतानी होगी गश्ती की उपलब्धि : एसएसपी
गश्ती करने वाले पुलिस पदाधिकारियों की अब लापरवाही नहीं चलने वाली है। संबंधित पदाधिकारियों को अब गश्ती करने के साथ-साथ उपलब्धि भी बतानी होगी।
दरभंगा। गश्ती करने वाले पुलिस पदाधिकारियों की अब लापरवाही नहीं चलने वाली है। संबंधित पदाधिकारियों को अब गश्ती करने के साथ-साथ उपलब्धि भी बतानी होगी। ताकि, निर्धारित तिथि पर वे सामूहिक रिपोर्ट अपने वरीय अधिकारियों को समर्पित कर सकें। ऐसी व्यवस्था इसलिए की गई है कि संबंधित पुलिस पदाधिकारी दिल लगाकर गश्ती करें। अर्थात, गश्ती की खानापूरी अब नहीं चलने वाली है। गश्ती गाड़ी पर बैठकर सिर्फ भ्रमण करने से काम नहीं चलेगा, बल्कि गाड़ी से नीचे भी उतरना होगा और वाहन चेकिग, संदिग्धों को देखते ही दबोचने, हो-हंगामा होने पर नियंत्रण करना, बाजार-हाट आदि पर पैनी नजर रखनी होगी। दरअसल मुख्यालय ने माना है कि गश्ती में लापरवाही बरतने के कारण ही अपराध में वृद्धि हुई है। इसके बाद सभी एसपी को नया फरमान जारी कर दिया गया। एसएसपी बाबू राम ने पूरे जिले के पुलिस पदाधिकारियों को नए निर्देश से अवगत कराया है। कहा है कि गश्ती की कोई उपलब्धि नहीं मिल रही है। ऐसी स्थिति में दिवा, संध्या और रात्रि गश्ती के लिए एक पंजी का संधारण करें। गश्ती पर निकलने से पहले संबंधित पुलिस पदाधिकारियों का नाम, पद, तिथि और समय पंजी में अंकित किया जाएगा। इसके बाद गश्ती पदाधिकारी उस पंजी में उपलब्धियों का ब्योरा संधारित करेंगे। आदेश का पालन नहीं करने पर कार्रवाई करने की चेतावनी दी है। स्पष्ट रूप से कहा गया है कि लापरवाही बरतने वालों पर अनुशासनिक कार्रवाई की जाएगी। साथ ही थानाध्यक्षों और ओपी प्रभारियों को गश्ती पर निकलने वाले पुलिस पदाधिकारियों व कर्मियों को रोजाना गश्ती से पूर्व कैसे गश्ती करना है, इस संबंध में ब्रीफिग करना होगा। इधर, एसएसपी राम ने सभी एसडीपीओ और अंचल इंस्पेक्टरों को गश्ती का निरीक्षण करने का निर्देश दिया है। साथ ही प्रति निरीक्षण का प्रतिवेदन देने को कहा है। इसमें गश्ती चेकिग की तिथि, थाना व ओपी का नाम, गश्ती में पाए जाने वाले प्रतिनियुक्त पदाधिकारी का नाम, निरीक्षण के समय गश्ती स्थल का नाम, गश्ती में पाई गई त्रृटियां और प्रशंसनीय कार्यो का उल्लेख करने को कहा है।