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नैक अपीलीय कमेटी के अध्यक्ष बनाए गए लनामिविवि के कुलपति

ललित नारायण मिथिला विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. सुरेंद्र कुमार सिंह राष्ट्रीय मूल्यांकन एवं प्रत्यायन परिषद (नैक) द्वारा अपीलीय कमेटी के अध्यक्ष बनाए गए हैं।

By JagranEdited By: Published: Mon, 08 Jul 2019 11:26 PM (IST)Updated: Tue, 09 Jul 2019 06:26 AM (IST)
नैक अपीलीय कमेटी के अध्यक्ष बनाए गए लनामिविवि के कुलपति
नैक अपीलीय कमेटी के अध्यक्ष बनाए गए लनामिविवि के कुलपति

दरभंगा। ललित नारायण मिथिला विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. सुरेंद्र कुमार सिंह राष्ट्रीय मूल्यांकन एवं प्रत्यायन परिषद (नैक) द्वारा अपीलीय कमेटी के अध्यक्ष बनाए गए हैं। विश्वविद्यालय अनुदान आयोग की स्वायत संस्थान राष्ट्रीय मूल्यांकन एवं प्रत्यायन परिषद (नैक) के निदेशक प्रो. एससी शर्मा ने इससे संबंधित पत्र 1 जुलाई को जारी किया गया है जिसमें कहा गया है कि कार्यकारी समिति के अध्यक्ष प्रो. वीरेंद्र एस चौहान ने छह सदस्यीय टीम का गठन किया गया है जिसके संयोजक लनामिविवि के कुलपति प्रो. सिंह होंगे। कमेटी में मद्रास विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. पी दुराइसमे, सेंट्रल विश्वविद्यालय पंजाब भटिडा के कुलपति प्रो. आरके कोहली, दिल्ली स्कूल ऑफ इकोनॉमिक्स के प्राध्यापक डॉ. राम सिंह, माउंट कार्मेल महाविद्यालय बेंगलुरू के प्रधानाचार्य डॉ. अपर्णा के साथ ही संयोजक के रूप में नैक सलाहकार डॉ. के रामा शामिल हैं। बता दें कि कुलपति के कुशल दिशा-निर्देश एवं कुशल अगुवाई में ललित नारायण मिथिला विश्वविद्यालय पूरे सूबे के विश्वविद्यालय में अपने शैक्षणिक सत्र के साथ-साथ महाविद्यालयों में नैक कराकर अपनी श्रेणी में सबसे आगे है। कुलपति को अपीलीय कमेटी का अध्यक्ष बनाए जाने पर विश्वविद्यालय में खुशी का माहौल है। विवि के अधिकारी व कर्मियों का कहना है कि यह विश्वविद्यालय के लिए गौरव का विषय है। पत्र में यह भी कहा गया है कि 30 जून 2021 तक वे इस कमेटी के अध्यक्ष होंगे।

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सूबे में अव्वल चल रहा लनामिविवि :

लनामिविवि कई मामलों में सूबे में फिलहाल अव्वल चल रहा है। इस बीच कुलपति को नैक अपीलीय कमेटी का अध्यक्ष बनाया जाना विवि की एक नई उपलब्धि माना जा रहा है। वर्तमान में नामांकन से लेकर परीक्षा तक में लनामिविवि पूरे सूबे में अन्य विश्वविद्यालयों से काफी आगे है। चालू सत्र में स्नातक व स्नातकोत्तर के नए सत्र लनामिविवि में शुरू होने जा रहे हैं, नामांकन प्रक्रिया चल रही है, जबकि अन्य विश्वविद्यालय इस मामले में पीछे चल रहे हैं। स्नातक में नामांकन की दर में भी लनामिविवि छात्रों की पहली पसंद बना हुआ है। पिछले सत्र में जब राज्य स्तर पर नामांकन लिए गए तो लनामिविवि के लिए सबसे अधिक छात्रों ने आवेदन किया था। इस सत्र में आवेदकों की संख्या पिछले साल से बढ़कर 1 लाख 76 हजार तक पहुंच गई।

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नैक मूल्यांकन में भी सबसे आगे :

लनामिविवि के कुलपति के चयन में नैक मूल्यांकन भी एक महत्वपूर्ण आधार माना जा रहा है। वर्तमान में लनामिविवि अपने संस्थानों का नैक मूल्यांकन कराने में सूबे में अव्वल चल रहा है। मार्च 2019 तक के आंकड़ों के अनुसार कुल 42 अंगीभूत कॉलेजों में 29 का नैक मूल्यांकन पूरा हो चुका है। इसमें एक कॉलेज को ए ग्रेड, 23 कॉलेजों को बी ग्रेड, एक कॉलेज को बी प्लस ग्र्रेड व 4 कॉलेजों को सी ग्रेड हासिल है। लनामिविवि के पांच संबद्ध कॉलेजों का भी नैक मूल्यांकन हो चुका है। इसके अलावा 3 बीएड कॉलेजों का नैक मूल्याकन कराकर कुल 37 संस्थानों का मूल्यांकन करा लनामिविवि अव्वल बना हुआ है।


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