डीएमसी में अगले सत्र से एमबीबीएस की 200 सीटों पर होगा नामांकन
बिहार में डॉक्टरों की अब कमी नहीं होगी और यह साल दरभंगा मेडिकल कॉलेज (डीएमसी) के लिए भी लकी साबित हो रहा है।
दरभंगा। बिहार में डॉक्टरों की अब कमी नहीं होगी और यह साल दरभंगा मेडिकल कॉलेज (डीएमसी) के लिए भी लकी साबित हो रहा है। डीएमसी में एमबीबीएस में 200 सीटों पर अब नामांकन होगा। यह नामांकन अगले सत्र 2020-21 से लागू होगा। बिहार सरकार के आदेश पर डीएमसी के प्राचार्य डॉ. एचएन झा ने गुरूवार की शाम मेडिकल कॉउंसिल ऑफ इंडिया (एमसीआई) को पठन-पाठन से जुड़े इंफ्रास्ट्रक्चर के पुख्ता इंतजाम के कागजात भेज दिए हैं। डीएमसी का एक विशेष दूत पांच जुलाई को एमसीआई दिल्ली कार्यालय में यह कागजात सौपेंगा। इस कागजात के साथ एमसीआई का शुल्क 2.36 लाख राशि का चेक, आर्यभट्ट विश्वविद्यालय पटना और स्वास्थ्य विभाग के सहमति के कागजात भी शामिल हैं। एमसीआई को यह कागजात भेजने के लिए सरकार ने तीन जुलाई को प्राचार्य को आदेश दिया था। प्राचार्य डॉ. झा ने 200 सीटों से जुड़े सभी कागजातों को करीब 24 घंटों में तैयार कर दिया। भेजे गए पत्र में कहा गया है कि एमबीबीएस के 200 सीटों पर नामांकन के लिए यह कॉलेज एमसीआई के मानक को पूरा करती है। यहां हरेक वार्डो में मरीजों के बेड, विभागों के फैकल्टी, जमीन समेत मानक के अन्य सुविधाओं का पुख्ता इंतजाम है। इसके पहले करीब पचास साल पूर्व इस कॉलेज में 178 सीटों पर नामांकन होता था, लेकिन बाद में अन्य जिलों में सरकारी कॉलेज खुलने के साथ-साथ डीएमसी के एमबीबीएस की सीटों में कमी आती गई। इसके बाद यहां की सीटें 90 तक अटक गई। एमसीआई के क्लिन चीट के बाद साल 2013 में 90 से 100 सीटें बढ़ाई गई। इसी साल के जून में एमबीबीएस के 100 से 120 सीटों में इजाफा किया गया है। प्राचार्य डॉ. एचएन झा ने पुष्टि करते हुए बताया कि एमबीबीएस के 200 सीटों पर नामांकन के लिए गुरुवार को कागजात एमसीआई को विशेष दूत से भेज दिया गया है। एमसीआई के निरीक्षण के बाद अगले सत्र से इन सीटों पर नामांकन शुरू हो जाएगा।