व्यावसायिक शिक्षा को विकसित करने के लिए संस्थानों को करना होगा सबल
जागेश्वर झा समृति व्याख्यान श्रृंखला के तहत मंगलवार को पहला व्याख्यान आयोजित किया गया।
दरभंगा। जागेश्वर झा समृति व्याख्यान श्रृंखला के तहत मंगलवार को पहला व्याख्यान आयोजित किया गया। युवा इतिहासकार डॉ. अवनिद्र कुमार झा ने आधुनिक व्यावसायिक शिक्षा के संदर्भ में भारतीय शिक्षा विषय पर व्याख्यान दिया। लनामिविवि के संगीत विभाग सभागार में आयोजित कार्यक्रम में मुख्य अतिथि कुलपति प्रो. एसके सिंह ने कहा कि आज के परिप्रेक्ष्य में भारत में व्यावसायिक शिक्षा को विकसित करने के लिए शिक्षा केंद्र के रूप में स्थापित स्कूल-कॉलेजों और विश्वविद्यायों को और अधिक सबल बनाना होगा। कहा कि आज हमें अधिक व्यवसायिक शिक्षा की आवश्यकता है, क्योंकि अवस्थाएं बड़ी हैं, जनसंख्या लगातार बढ़ रही है, ऐसी परिस्थिति में सीमित संसाधनों को ध्यान में रखकर व्यवसायिक शिक्षा को और विकसित करना होगा। कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुए रिटायर्ड आइएएस पदाधिकारी गजानन मिश्रा ने भी व्यावसायिक शिक्षा पर प्रकाश डाला। बता दें कि 28 से अधिक देशों में व्यापार संचालित करने वाले मिथिला के उद्यमी दक्षिण अमेरिका निवासी अजय झा ने अपने स्व. पिता जागेश्वर झा की स्मृति में इस व्याख्यान माला के आयोजन की शुरुआत की है। सोशल मीडिया ग्रुप डू फॉर दरभंगा एवं इसमाद फाउंडेशन के सहयोग से आयोजित कार्यक्रम में प्रसिद्ध पार्श्व गायक उदित नारायण के भाई पार्श्व गायक उदय नारायण ने भी दरभंगा में पहली बार अपनी प्रस्तुति दी। संचालन सागर सिंह ने किया। व्याख्यान की पृष्टभूमि पर प्रकाश डालते हुए अजय झा ने बताया कि किस प्रकार आज उनका व्यवसाय करीब 20 देशों में फैला हुआ है। दरभंगा आने का मुख्य उद्देश्य मिथिला में उद्यम के प्रति झुकाव पैदा करना है। कार्यक्रम में डॉ. मिश्रनाथ झा, विकसित भारत फाउंडेशन के फवाद गजाली, ज्ञान पुष्प फाउंडेशन के संस्थापक प्रसून बनर्जी, शांभवी तान्या, श्यामानंद मिश्र, पूर्व अध्यक्ष मैथिली एकेडमी के कमलाकांत झा, डॉ. बैद्यनाथ चौधरी, डॉ. मंजर सुलेमान समेत कई गणमान्य व शिक्षाविद मौजूद रहे।