नियम ताक पर, बिना प्राक्कलन बोर्ड के कार्य प्रारम्भ
प्रखण्ड क्षेत्र में किसी भी सरकारी योजना को आयाम दिया जा रहा है, लेकिन उसमे नियमों को ताक पर रख व मानक की अनदेखी की जा रही है। जिससे किसी को पता न चल सके कि योजना कितने की है।
बक्सर । प्रखण्ड क्षेत्र में किसी भी सरकारी योजना को आयाम दिया जा रहा है, लेकिन उसमे नियमों को ताक पर रख व मानक की अनदेखी की जा रही है। जिससे किसी को पता न चल सके कि योजना कितने की है।
ऐसा ही माजरा पवनी पंचायत में देखने को मिला। जहा न प्राक्कलित राशि का बोर्ड था न ही योजना का नाम, लेकिन कार्य धड़ाधड़ प्रारम्भ था। लोगो से पूछने पर किसी ग्रामीण ने नहीं बताया कि यह कौन से कार्य के तहत निर्माण कार्य किया जा रहा है। ़खास बात यह है की कुछ दिनों पहले पानी जमा होने से विवाद चल रहा था। संयोग वश पवनी पंचायत के ओडीएफ को लेकर अनुमण्डल पदाधिकारी के के उपाध्याय पहुंचे थे। उनके समक्ष विवाद आया जहा बात से विवाद का पटाक्षेप हुआ। उसके बाद पंचायत स्तर पर नाली का निर्माण कराने की बात आयी। इधर, नाली का निर्माण कार्य शुरू किया गया। लेकिन नियमों को ताक पर रख कार्य प्रारम्भ किया गया। जबकि, नियमों की बात की जाय तो किसी भी सरकारी योजना प्रारम्भ करने से पहले योजना का नाम व प्राक्कलित राशि का बोर्ड लगाना अनिवार्य है। वहीं, कुछ लोगो ने बताया की सात निश्चय योजना के तहत नाली निर्माण कराया जा रहा है। इस सम्बन्ध में बीडीओ अशोक कुमार से पूछने पर उन्होंने कहा की मुझे पता नहीं है की किस योजना से कार्य चल रहा है। इस बारे में वे पता करेंगे।