गंगा का रूप देख दहशत में दियारावासी, नहीं चलीं नाव
गंगा नदी का जलस्तर उफान पर है। करीब एक दर्जन गांवों के समीप बाढ़ का पानी पहुंच चुका है। कुछ बस्तियां पूरी तरह बाढ़ से घीर चुकी है। बेनीलाल के डेरा गांव स्थित भैरव बाबा के पश्चिम दिशा में पानी तेजी के साथ बढ़ रहा है।
बक्सर । गंगा नदी का जलस्तर उफान पर है। करीब एक दर्जन गांवों के समीप बाढ़ का पानी पहुंच चुका है। कुछ बस्तियां पूरी तरह बाढ़ से घीर चुकी है। बेनीलाल के डेरा गांव स्थित भैरव बाबा के पश्चिम दिशा में पानी तेजी के साथ बढ़ रहा है। इसके अलावा श्रीकांत राय के डेरा एवं रामदास राय के डेरा आदि गांव पूरी तरह बाढ़ के पानी से घीर जाने से लोगों का संपर्क प्रखंड मुख्यालय से कट चुका है।
बावजूद, स्थानीय प्रशासन द्वारा अब तक सरकारी नाव की व्यवस्था नहीं की गई है। अंचलाधिकारी प्रमोद राज का कहना है कि इलाके में अभी इतना पानी नहीं बढ़ा है कि नाव चलवाई जाए। लेकिन, उन्हें जानकारी नहीं है कि पानी से घिरे गांवों के लोग प्राइवेट नावों के माध्यम से ही दैनिक जरूरतों की समान खरीदारी के लिए गंगौली पहुंच रहे हैं। श्रीकांत राय के डेरा गांव निवासी कृष्णा यादव, लक्ष्मण साहनी, विश्राम यादव सहित कई लोगों ने बताया कि अंचल प्रशासन से पिछले एक सप्ताह से सरकारी नाव के लिए आग्रह किया जा रहा है। लेकिन, अंचलाधिकारी इसे गंभीरता से नहीं ले रहे हैं। शैलेंद्र मिश्र, आचार्य रामवचन यादव, निर्मल यादव, पवन यादव, पंकज यादव ने बताया कि ग्रामीणों का कहना है कि गत रात से पानी बढ़ने की रफ्तार कुछ कम हुई है। मगर बाढ़ का खतरा अभी टला नहीं है। गंगा तट पर बसे गुरुदेव नगर, भिक्षु के डेरा, दादाबाबा के डेरा, श्रीकांत राय के डेरा, बेनीलाल के डेरा, टेकमन के डेरा, लाल ¨सह के डेरा, सुचित के डेरा, बिगु के डेरा, गर्जन पाठक के डेरा, तिलक राय के हाता आदि गांवों के लोग गंगा के बढ़ते रौद्र रूप को देख सगे-संबंधियों से संपर्क करने में लग गए हैं। 34 नावों का हुआ निबंधन स्थानीय प्रशासन द्वारा बाढ़ की स्थिति में आम जनता के सुरक्षा हेतु 34 प्राइवेट नावों का निबंधन किया गया है। छह नावें जिला से भी प्राप्त हुई है। अंचलाधिकारी प्रमोद राज ने बताया कि नावों के निबंधन की प्रक्रिया अभी जारी है और आवश्यकता पड़ने पर इन्हें प्रभावित गांवों को मुहैया कराया जाएगा। बताते चलें कि, पूर्व में क्षेत्र के लिए 32 सरकारी नावें जिला प्रशासन द्वारा मुहैया कराई गई थी। जो अब पूरी तरह अनुपयोगी हो चुकी है। नौ राहत कैंप चयनित बाढ़ आने की स्थिति में आम जनता को सुरक्षा मुहैया कराने के उद्देश्य से प्रशासन द्वारा करीब नौ राहत कैंपों का चयन किया गया है। हालांकि, अभी तक सारे चयनित कैंप सुविधाविहीन है। लेकिन, प्रशासन स्थिति को भांपते हुए जल्द नामित कैंपों में सारी व्यवस्था मुहैया कराने की बात कह रहा है।
अनुमंडल पदाधिकारी ने लिया जायजा अनुमंडल पदाधिकारी हरेन्द्र राम ने गुरुवार को दियारा क्षेत्र का दौरा कर गंगा के जलस्तर में हो रही वृद्धि का जायजा लिया। इस दौरान जहां भी उन्हें समस्या दिखी, उसे तत्काल दुरुस्त करने को निर्देशित किया। इसकी जानकारी देते हुए उन्होंने बताया कि श्रीकांत राय के डेरा गांव के लिए तत्काल नाव मुहैया कराने हेतु सीओ सिमरी को निर्देशित किया गया है। इसके अलावा अनुमंडल प्रशासन बाढ़ से निपटने की पूरी तैयारी कर चुका है। आम जनता को घबराने की आवश्यकता नहीं है।