उदासीनता से प्रतिदिन बह रहा है लाखों लीटर पानी
डुमरांव प्रतिदिन लाखों लीटर पीने योग्य पानी बर्बाद हो रहा है। यह समस्या प्रखंड कार्यालय के पास दक्षिण टोला शहीद स्मारक नया थाना शक्ति द्वार जैसे आधा दर्जन जगहों पर रोज की है।
बक्सर । डुमरांव प्रतिदिन लाखों लीटर पीने योग्य पानी बर्बाद हो रहा है। यह समस्या प्रखंड कार्यालय के पास, दक्षिण टोला, शहीद स्मारक, नया थाना, शक्ति द्वार जैसे आधा दर्जन जगहों पर रोज की है। सात निश्चय योजना के तहत लगाए गए हर घर नल जल योजना से भी नगर के सभी वार्डों में पेयजल की बर्बादी हो रही है। पेयजल की यह बर्बादी कई जगहों पर जलजमाव की वजह भी बनी है। जिस कारण लोगों को आवागमन के दौरान परेशानी का सामना करना पड़ता है।
22 मार्च को पूरी दुनिया विश्व जल दिवस मना रही थी। जबकि, नगर के विभिन्न हिस्सों में पीने योग्य पानी बर्बाद होकर गंदे नाले में बह रहा था। जिम्मेदार पदाधिकारी इस नजारे को रोज अपनी आंखों से देखते हैं। प्रखंड कार्यालय के पास कड़वी स्थित मुख्य सड़क किनारे लगे बोरिग की सप्लाई से नल के अभाव में फव्वारे के साथ तेज रफ्तार में पीने योग्य पानी नाली में चला जाता है। पिछले तीन-चार वर्ष से यह समस्या कायम है। पानी बेकार बह जाने से जल संरक्षण को तगड़ा झटका लग रहा है। इसमें कई जगह तो कीमती जल की बर्बादी छोटे-मोटे कारणों से हो रहा है। टूटे नल को बदलने की व्यवस्था नहीं होने से हर समय पानी बेकार गिरते रहता है। नल की आस लगाए लोग व्यवस्था की बदहाली से नाराज हैं। नल की खराबी से पानी निकल कर सड़क की चाट में भर रहा है। इससे खिरौली काली मंदिर के अलावा पास के बगीचा में पानी भर जाने से किसानों का खलिहान भी जलमग्न रहता है। ऐसा नहीं कि लोगों ने अपनी समस्या को आवाज नहीं दी। गांव के मनु चौबे का कहना है की पिछले एक पखवारा से खराब नल को बदलने की मांग की जा रही है। शिकायत के बाद भी कोई सुनने वाला नहीं है। रिकू चौबे, छोटेलाल चौबे, पंकज चौबे आदि कहते हैं कि पीएचईडी और नगर परिषद को इस समस्या से अवगत कराया गया। लेकिन, कोई अधिकारी ध्यान नहीं दे रहे हैं। पीएचईडी के मिस्त्री मुरारी पांडेय का कहना है कि विभाग के जेई को कई दफे अवगत कराया गया है।
कहती हैं चेयरमैन नगर में बर्बाद होते नल जल योजना के पानी को रोकने के लिए जल्द ही कार्य योजना तैयार की जाएगी। वार्डो में लगे समरसेबल से पानी की सप्लाई का समय निर्धारित किया जाएगा। ताकि, पानी की बर्बादी न हो सके और लोग सहूलियत के साथ पेयजल की जरूरत को पूरा कर सकें। पेयजल को बचाना हम सबका नैतिक कर्तव्य है। सबको पेयजल की संरक्षण का प्रयास करना होगा।
- विभा मिश्रा, चेयरमैन, नगर परिषद, डुमरांव।