अनुदेशकों द्वारा जमा फॉर्मेट का सत्यापन, संघर्ष को नई कमेटी गठित
की बैठक जंगली शिव मंदिर प्रांगण में हुई। बैठक में अनौपचारिक सह विशेष शिक्षा से जुड़े कर्मी बड़ी संख्या में उपस्थित थे। बैठक को संबोधित करते हुए संघ के महेंद्र सिंह ने कहा कि सुप्रीम कोर्ट में दायर याचिका संख्या 43
बक्सर : अनौपचारिक सह विशेष शिक्षा अनुदेशकों की बैठक जंगली शिव मंदिर प्रांगण में हुई। बैठक में अनौपचारिक सह विशेष शिक्षा से जुड़े कर्मी बड़ी संख्या में उपस्थित थे। बैठक को संबोधित करते हुए संघ के महेंद्र सिंह ने कहा कि सुप्रीम कोर्ट में दायर याचिका संख्या 4385/19 में कोर्ट ने सभी आवेदकों से फॉर्मेट के साथ अनुभव प्रमाण पत्र जमा करने का निर्देश दिया था। सभी आवेदक निर्धारित समय में सुप्रीम कोर्ट द्वारा जारी फॉर्मेट के साथ अनुभव प्रमाण पत्र जमा कर दिए हैं। अब इंतजार कागजात जमा होने के 4 सप्ताह में राज्य सरकार को जांच प्रक्रिया पूरी कर सुप्रीम कोर्ट को प्रतिवेदन समर्पित करने का है।
इस मामले की सुनवाई सुप्रीम कोर्ट द्वारा 13 जनवरी 2020 को किया जाएगा। वहीं, संघर्ष को धारदार बनाने के लिए नई कमेटी का गठन किया गया है। जिसमें महत्वपूर्ण जिम्मेदारी संगठन के महेंद्र सिंह को दिया गया है। महेंद्र सिंह ने कहा कि अनौपचारिक सह विशेष शिक्षा के अनुदेशकों का संघर्ष निर्णयाक मोड़ पर पहुंच चुका है। जल्द ही सुखद फैसला सबके पक्ष में आएगा। उन्होंने निर्गत फोल्डर के साथ अनुभव प्रमाण पत्र निर्धारित समय में पूरा करने का निर्देश दिया है। ताकि, सुप्रीम कोर्ट में शीघ्र जमा किया जा सके। बैठक में अनिल ओझा, महेंद्र सिंह, बबन सिंह, रविन्द्र दूबे, सूर्यनाथ यादव, वीरेंद्र प्रसाद, श्रीकांत दुबे, अशोक कुमार पासवान, अनिल राय, सुशील मिश्र, मालती देवी, गीता देवी, अन्नपूर्णा देवी, अजय पाठक सहित अनुमंडल के सारे अनुदेशक सह विशेष शिक्षा से जुड़े कर्मी शामिल थे।