मौसम का मिजाज, दिन और रात जुदा-जुदा
बक्सर। सुबह धुंधली हो रही है। दिन में तेज धूप के आगे तपन जारी रही है। जबकि रात अभी ठं
बक्सर। सुबह धुंधली हो रही है। दिन में तेज धूप के आगे तपन जारी रही है। जबकि रात अभी ठंडी है। या यूं कहे, चौबीस घंटे के पहर में भिन्न-भिन्न समय में मौसम का मिजाज जुदा-जुदा दिखायी पड़ रहा है। यह अलग बात है कि शनिवार को आसमान में बादल मंडराते दिखे हो।
इस बाबत डा.विजय चौधरी बताते हैं कि शिशिर ऋतु के बाद बसंत ऋतु का आगमन लगभग हो चुका है। वैसे भी इस ऋतु को'ऋतुराज'भी कहते हैं। इस ऋतु में न तो अधिक सर्दी होती है न अधिक गर्मी। इस ऋतु के आगमन होते ही धरातल के कण-कण में नव तरंग पैदा होने लगता है। सुमित कुमार झा का कहना है कि कुछ पेड़ इस मौसम में नव पल्लव लेते भी दिखते हैं। पांच दिन बसंत पंचमी के शेष बचे है। पीले वस्त्र व पीले अन्न का प्रयोग करना एक परंपरा रही है। जिसे लोग भुनाना भी चाहेंगे। इधर, मौसम में हो रहे तब्दीली से सुबह-शाम में लगभग आधे घंटे का फर्क आ गया है। सुबह की बेला में हल्के कोहरे का असर बना हुआ है। जानकारों का कहना है कि मौसम में बढ़ी नमी व तेज धूप की वजह से ऐसा हो रहा है। इसके छटते ही गर्मी में और भी बढ़ोतरी महसूस होने लगेगी। हालांकि, रात में अभी भी लोग गर्म वस्त्र ओढ़ रहे हैं। खिली धूप में गर्म वस्त्र का धारण करना लोगों ने प्राय: छोड़ दिया है। नगर में अभी अधिकतम तापमान लगभग 24 डिग्री से. तथा न्यूनतम 14 डिग्री सेल्सियस बना हुआ है। हालांकि, दिन में आज बादलों का मंडराना भी जारी था। इसके कारण ताप में अन्य दिनों की अपेक्षा कमी का अहसास लोगों ने किया है।