अब घरों को गोद लेंगे शिक्षक, बनवाएंगे शौचालय
जिले को खुले में शौचमुक्त घोषित करने की कवायद के अंतर्गत अब शिक्षकों को भी महती जिम्मेवारी सौंपी जा रही है। उन्हें वैसे कम से कम पांच घरों को गोद लेने का निर्देश दिया गया है, जहां शौचालय का निर्माण अभी तक नहीं हुआ है।
बक्सर । जिले को खुले में शौचमुक्त घोषित करने की कवायद के अंतर्गत अब शिक्षकों को भी महती जिम्मेवारी सौंपी जा रही है। उन्हें वैसे कम से कम पांच घरों को गोद लेने का निर्देश दिया गया है, जहां शौचालय का निर्माण अभी तक नहीं हुआ है। संकुल संसाधन केन्द्र समन्वयक एवं बीआरपी की बैठक में सदर प्रखंड शिक्षा पदाधिकारी सुषमा कुमारी ने इस आशय के निर्देश दिए। बैठक में उन्होंने पोशाक एवं छात्रवृत्ति की उपयोगिता भी अविलंब देने का निर्देश दिया। बैठक में तीस सितंबर तक सभी छात्रों के हाथ में पाठ्यपुस्तक होना सुनिश्चित करने का निर्देश दिया गया। बीईओ ने कहा कि जिन विद्यालयों ने अभी तक पोशाक एवं छात्रवृत्ति की उपयोगिता नहीं दी है, उनसे उपयोगिता अविलंब लेकर विभाग में राशि का सामंजन कराना है। इस दौरान विद्यालयों में चेतना सत्र में सर्वधर्म प्रार्थना एवं बिहार गीत को अनिवार्य रूप से शामिल करने का भी निर्देश दिया गया। प्रखंड शिक्षा पदाधिकारी ने प्रखंड अंतर्गत विद्यालयों में कार्यरत एवं बंद शौचालयों की रिपोर्ट भी तलब की। उन्होंने जुलाई एवं अगस्त माह का नामांकन रिपोर्ट भी सभी विद्यालय प्रधान से लेकर उसे जमा करने का निर्देश दिया। बैठक में कहा गया कि जिले को दो अक्टूबर को ओडीएफ घोषित किया जाना है। इसमें शिक्षकों की महत्वपूर्ण भूमिका है और उन्हें अपनी जिम्मेवारी को सही ढंग से निभाना है। मौके पर बीआरपी के अलावा सभी प्रखंडों के सीआरसीसी मौजूद थे।