क्वारंटाइन सेंटर्स की जमीनी हकीकत जानेंगे स्पेशल-49
बक्सर क्वारंटाइन सेंटर पर प्रवासियों को मिल रही सुविधाओं तथा प्रशासनिक व्यवस्थाओं की शिका
बक्सर : क्वारंटाइन सेंटर पर प्रवासियों को मिल रही सुविधाओं तथा प्रशासनिक व्यवस्थाओं की शिकायतों पर प्रशासन गंभीरता से पहल कर रहा है। जिले के सभी प्रखंडों तथा पंचायतों को मिलाकर कुल 366 क्वारंटाइन सेंटर बनाए गए हैं। जिनकी नियमित रूप से जांच करने हेतु 49 पदाधिकारियों की टीम का गठन किया गया है। जो प्रतिदिन तीन केंद्रों पर जाकर व्यवस्थाओं की जांच करते हुए जिला पदाधिकारी को विहित प्रपत्र में भरकर जानकारी प्रदान करेंगे।
यह जानकारी विकास आयुक्त अरविद कुमार ने गुरुवार को आयोजित प्रेसवार्ता में पत्रकारों को दी। उन्होंने बताया कि गुरुवार को प्रथम चरण के दौरान 147 क्वारंटाइन सेंटरों की जांच की जाएगी। उन्होंने बताया कि विभिन्न राज्यों से जिले में आए प्रवासी मजदूरों को वाहनों के माध्यम से प्रखंडस्तरीय क्वारंटाइन सेंटर पहुंचाया जा रहा है। जहां डिग्निटी किट के साथ पेयजल एवं शौचालय की व्यवस्था की गई है। अब तक प्रखंड तथा पंचायतस्तरीय 366 क्वारंटाइन सेंटर पर 18862 प्रवासियों को रखा गया है। जिनमें 578 महिला 239 बच्चे एवं 275 बच्चियां सम्मिलित हैं।
आज से बढ़ सकता है लॉकडाउन में मिली छूट का दायरा, खुलेंगी और भी दुकानें
उप विकास आयुक्त ने बताया कि शुक्रवार से लॉकडाउन के दौरान खुलने वाली दुकानों की सूची में कुछ और दुकान भी शामिल की जा सकती है। जिससे कि छूट का दायरा कुछ और बढ़ेगा। हालांकि, उन्होंने स्पष्ट किया की दुकानों को रोस्टर वाइज ही खोला जाएगा। डीडीसी के इस वक्तव्य के बाद यह माना जा रहा है कि लॉन्ड्री, सैलून आदि खोले जाने का रास्ता साफ हो जाएगा। हालांकि, उन्होंने स्पष्ट रूप से इस विषय में कुछ भी नहीं बताया। उन्होंने कहा कि गुरुवार देर शाम तक इस संदर्भ में जिला पदाधिकारी की तरफ से निर्देश जारी हो सकते हैं। ऐसे में शुक्रवार से छूट का दायरा बढ़ने की उम्मीद है।