Move to Jagran APP

उन्नयन बिहार बच्चों में कर रहा उत्साह का संचार

सरकार ने उन्नयन बिहार के अंतर्गत शिक्षा की तस्वीर बदलने के लिए उच्च विद्यालयों में स्मार्ट कक्षाओं के संचालन का निर्णय लिया है। जिले में इसकी तैयारी जोरों पर चल रही है।

By JagranEdited By: Published: Wed, 21 Aug 2019 05:38 PM (IST)Updated: Wed, 21 Aug 2019 05:38 PM (IST)
उन्नयन बिहार बच्चों में कर रहा उत्साह का संचार
उन्नयन बिहार बच्चों में कर रहा उत्साह का संचार

बक्सर । सरकार ने उन्नयन बिहार के अंतर्गत शिक्षा की तस्वीर बदलने के लिए उच्च विद्यालयों में स्मार्ट कक्षाओं के संचालन का निर्णय लिया है। जिले में इसकी तैयारी जोरों पर चल रही है। हर रोज किसी न किसी विद्यालय में इसको आरंभ किया जा रहा है। इससे बच्चों में शिक्षा के प्रति गजब के उत्साह का संचार हो रहा है। या यूं कहें कि स्मार्ट क्लास को लेकर बच्चों में भारी उत्सुकता देखी जा रही है। एमपी हाईस्कूल के प्रधानाध्यापक डॉ.विजय कुमार मिश्र ने बताया कि अब तो बच्चे खुद स्मार्ट क्लास की डिमांड कर रहे हैं।

loksabha election banner

जिला कार्यक्रम पदाधिकारी सर्वशिक्षा अभियान एवं प्राथमिक शिक्षा सह उन्नयन बिहार के नोडल पदाधिकारी राजेन्द्र प्रसाद चौधरी ने बताया कि पांच सितम्बर से पूर्व सभी विद्यालयों में इसे प्रारंभ कर देना है। पहले 15 अगस्त से पूर्व सभी विद्यालयों में स्मार्ट कक्षा का संचालन शुरू कर देने का लक्ष्य निर्धारित किया गया था। हालांकि, 15 अगस्त से पूर्व सभी विद्यालयों में इसका संचालन प्रारंभ नहीं हो सका है। ऐसे में अब 5 सितम्बर का लक्ष्य तय किया गया है। डीपीओ ने बताया कि इस मद में सभी निर्धारित उच्च विद्यालयों के प्रधानाध्यापकों को राशि दे दी गई है और उन्हें तय समय से पहले इसका संचालन शुरू कर देने का निर्देश दिया गया है।

118 में चलेगी क्लास, 24 में कक्षाएं शुरू

जिले के सभी 118 उच्च विद्यालयों में स्मार्ट कक्षा का संचालन शुरू करना है। हालांकि, अभी तक यहां दो दर्जन विद्यालयों में ही इसका संचालन शुरू किया जा सका है। वैसे अधिकारी बताते हैं कि हर दिन किसी न किसी विद्यालय में इसका संचालन शुरू किया जा रहा है। आधिकारिक स्तर पर प्रतिदिन इसकी मॉनीटरिग भी हो रही है कि किस दिन कहां क्लास की शुरुआत की गई। बच्चों के लिए आकर्षण का केन्द्र बनीं स्मार्ट कक्षाएं

सरकारी स्कूल में स्मार्ट कक्षा का संचालन बच्चों के लिए आकर्षण का केन्द्र होगा। इससे बच्चे एक तरफ जहां आकर्षित होकर स्कूल की ओर रूख करेंगे। वहीं, इस तकनीक के माध्यम से उन्हें आसान, सरल एवं रूचिकर तरीके से पढ़ाया जा सकेगा। जिला कार्यक्रम पदाधिकारी ने बताया कि बच्चों को स्मार्ट क्लास रूम उपलब्ध कराना ही उन्नयन बिहार का लक्ष्य है।

स्मार्ट क्लास में हर दिन तीन विषयों की होनी है पढ़ाई

उन्नयन बिहार के तहत स्कूलों में स्मार्ट क्लास में हर दिन तीन विषयों की पढ़ाई होनी है। ये कक्षाएं एक-एक घंटे की होंगी। हालांकि, ऐसा नहीं कि सभी पढ़ाई इसी के माध्यम से होगी अपितु, हर दिन तीन कक्षाएं आवश्यक रूप से ली जाएंगी। इस दौरान बच्चों को स्मार्ट तरीके से पढ़ाया जाएगा और इसके माध्यम से विभिन्न विषयों की जानकारी दी जाएगी।

अभी नवमी एवं दसवीं के बच्चों को दी जा रही शिक्षा

जिला कार्यक्रम पदाधिकारी सह नोडल पदाधिकारी ने बताया कि फिलहाल नवमी एवं दसवीं के बच्चों के शिक्षा का माड्यूल ही तैयार किया जा सका है। लिहाजा, अभी शुरुआती दौर में इन्हीं दो कक्षाओं में स्मार्ट बोर्ड के माध्यम से शिक्षा दी जा रही है। अधिकारी ने बताया कि बाद में इसे 11वीं एवं 12वीं की कक्षाओं में भी लागू किया जाएगा।

पेन ड्राइव है बच्चों के स्टडी मैटेरियल का स्त्रोत

स्मार्ट बोर्ड, स्मार्ट कक्षा सुनकर यह सवाल भी कौंध रहा होगा कि इसका स्टडी मैटेरियल कहां से आता है। क्या पढ़ाई ऑनलाइन कराई जाती है। ऐसा नहीं है, इसका स्टडी मैटेरियल पेन ड्राइव में दर्ज रहता है। अधिकारी ने बताया कि इसके सिलेबस को तैयार कर पेन ड्राइव में डाल दिया गया है और उसी के माध्यम से स्मार्ट बोर्ड पर बच्चों की पढ़ाई कराई जाती है।

स्मार्ट कक्षाओं का संचालन जिले के सभी उच्च विद्यालयों में करना है। हालांकि, अभी तक करीब दो दर्जन स्कूलों में ही इसका संचालन शुरू हो पाया है। लेकिन, देखने वाली बात यह है कि बच्चों में इसको लेकर भारी उत्साह देखा जा रहा है।

राजेन्द्र प्रसाद चौधरी, जिला कार्यक्रम पदाधिकारी, सर्वशिक्षा अभियान एवं प्राथमिक शिक्षा, बक्सर।


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.