ब्लड बैंक पर छाया कोरोना का साया, नहीं मिल रहे डोनर
बक्सर कोरोना संक्रमण के इस दौर में इसके खौफ से दूसरी बीमारियों से जूझ रहे मरीजों के ि
बक्सर : कोरोना संक्रमण के इस दौर में इसके खौफ से दूसरी बीमारियों से जूझ रहे मरीजों के लिए परेशानियां बढ़ गई हैं। कोरोना से खौफ के कारण रक्तदाताओं की संख्या में भी भारी कमी आई है। इसकी वजह से ब्लड बैंक अस्पतालों की रूटीन जरूरतों को पूरा करने में असहज महसूस कर रहा है। हालांकि, इसके लिए ब्लड बैंक ने ब्लड एक्सचेंज का रास्ता अख्तियार किया है लेकिन, रूटीन जरूरतों को पूरा करने के लिए यह व्यवस्था भी नाकाफी सिद्ध हो रही है।
अमूमन प्रतिमाह करीब 200 यूनिट रक्त संग्रह करने वाला ब्लड बैंक कोरोना संक्रमण के दौर में 100 से सवा सौ यूनिट रक्त का ही संग्रह कर पा रहा है। पिछले महीने भी यहां करीब इतना ही रक्त संग्रह हुआ है। अभी ब्लड बैंक में कुल 13 यूनिट रक्त जमा है। उसमें एक यूनिट रक्त जिसका ग्रुप बी-निगेटिव है वह एक्सपायर होने के कगार पर पहुंच गया है। रक्त अधिकोष के प्रभारी पदाधिकारी डॉ.अनिल कुमार सिंह ने बताया कि कोरोना संक्रमण के बीच रक्तदाताओं की संख्या कम हो गई है। लिहाजा, अधिक मात्रा में रक्त का संग्रह नहीं हो पा रहा है। उन्होंने बताया कि 1 मई से पहले अगर बी-निगेटिव ग्रुप का रक्त निकल गया तो ठीक है अन्यथा वह एक्सपायर कर जाएगा। उन्होंने बताया कि निगेटिव ग्रुप बहुत कम मिलता है।
अभी कार्ड से नहीं, रक्त के बदले दिया जा रहा रक्त
वैश्विक महामारी का रूप ले चुके कोरोना का संक्रमण जिले में भी फैल चुका है। यहां भी इसके 38 मरीज हो गए हैं। ऐसे में यहां डोनर भी नहीं मिल रहे हैं। अब इस परिस्थिति में जब यहां डोनर नहीं मिल रहे हैं, रक्त अधिकोष ने रक्त लेने वालों को कार्ड के आधार पर रक्त देना बंद कर दिया है। इसकी जगह पर रक्त केवल उन्हीं लोगों को दिया जा रहा है, जो उसके बदले में रक्तदान कर रहे हैं।
रक्तदान से कोरोना संक्रमण का कोई खतरा नहीं
भले ही कोरोना के संक्रमण को लेकर रक्तदाता रक्त दान करने के लिए रक्त अधिकोष नहीं पहुंच रहे हैं लेकिन, चिकित्सक रक्तदान से कोरोना के संक्रमण को सिरे से खारिज करते हैं। रक्त अधिकोष के प्रभारी पदाधिकारी डॉ.सिंह कहते हैं, रक्तदान से कोरोना का कोई खतरा नहीं है। रक्तदाता जो रक्त दान करता है उसका शरीर उसकी पूíत कर लेता है और इससे कोरोना के संक्रमण का कोई खतरा नहीं रहता।
35 दिन तक होती है रक्त को स्टोर करने की मियाद
रक्तदाता द्वारा दान दिए गए रक्त को रक्त अधिकोष 35 दिनों तक सुरक्षित रख सकता है। उसके बाद इसकी मियाद खत्म हो जाती है। डॉ.अनिल कहते हैं, अभी कोरोना संकट में सदर अस्पताल के अलावा प्राइवेट अस्पतालों से रक्त की डिमांड आ रही है। ऐसे में पहले से संग्रहित रक्त को निकालकर रक्त संग्रह और उसको सुरक्षित रखने के चेन को मेनटेन किया जा रहा है। उन्होंने बताया कि लोगों से अपील भी की जा रही है कि वे रक्तदान करें।
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कोरोना संकट में रक्तदान करने वालों की संख्या में कमी आई है। इस परिस्थिति में रक्त उन्हीं लोगों को दिया जा रहा है, जो उसके बदले में रक्त दे रहे हैं। अभी ब्लड बैंक के पास 13 यूनिट रक्त मौजूद है।
डॉ.अनिल कुमार सिंह, प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी, रक्त अधिकोष, बक्सर।