सुरक्षा को ले चप्पे-चप्पे पर रही पुलिस की निगरानी
मंगलवार को आयोजित कार्तिक पूर्णिमा पर उमड़ने वाली श्रद्धालुओं की भारी भीड़ को लेकर सुरक्षा के कड़े प्रबंध किए गए थे। सोमवार की शाम से ही श्रद्धालुओं के आने का शुरू हुआ सिलसिला अगले दिन दोपहर तक
बक्सर : मंगलवार को आयोजित कार्तिक पूर्णिमा पर उमड़ने वाली श्रद्धालुओं की भारी भीड़ को लेकर सुरक्षा के कड़े प्रबंध किए गए थे। सोमवार की शाम से ही श्रद्धालुओं के आने का शुरू हुआ सिलसिला अगले दिन दोपहर तक लगातार जारी रहा। इसको ले पुलिस के जवान और पदाधिकारी भी सोमवार की शाम से ही लगातार श्रद्धालुओं की सुरक्षा को ले तैनात रहे। इस बीच कहीं से किसी अप्रिय घटना की सूचना नहीं है।
कार्तिक पूर्णिमा के अवसर पर हर साल लाखों की तादाद में श्रद्धालु बक्सर के पवित्र रामरेखा घाट पर स्नान के लिए आते हैं। इसको देखते हुए जिला प्रशासन द्वारा पहले ही संयुक्तादेश जारी करते हुए विधि व्यवस्था बनाए रखने के लिए बेहतर प्रबंध किए गए थे। हालांकि, मंगलवार को होने वाले पवित्र स्नान को ले सोमवार की शाम से ही नगर में श्रद्धालुओं का जत्था आना शुरू हो गया था। जिनकी सुरक्षा के लिए सोमवार की शाम से ही पुलिस के जवान तैनात कर दिए गए थे। इस बीच मंगलवार की सुबह से ही उमड़ने वाली भीड़ को देखते हुए शहर से होकर भारी वाहनों के परिचालन को पूरी तरह से बंद कर दिया गया था। गंगा स्नान के लिए दूर-दूर से एक दिन पहले ही आ चुके लोगों का स्नान सुबह तीन बजे से ही शुरू हो गया था। जिसको देखते हुए शहर के तमाम घाटों पर लाइफ जैकेट के साथ गोताखोरों को तैनात कर दिया गया था। गंगा स्नान में विशेष रूप से महिलाओं की बहुलता रहने को लेकर सुरक्षा में महिला पुलिस के जवानों को काफी अधिक संख्या में तैनात किया गया था। सुबह तीन बजे से ही सभी पुलिस के जवान, पुलिस पदाधिकारी और दंडाधिकारी अपने निर्दिष्ट स्थानों पर पहुंचकर मोर्चा सम्भाल चुके थे। तो दूसरी ओर यातायात प्रभारी अंगद सिंह अपनी पूरी टीम और अतिरिक्त बल के साथ यातायात को सुचारू बनाने में लगे थे। थानाध्यक्ष राहुल कुमार ने बताया कि श्रद्धालुओं की सुरक्षा के लिए शाम से ही गश्ती दल के साथ वो खुद भी सारी रात लगे रहे। पुलिस की तत्परता का ही परिणाम है कि इस बार कहीं से भी चेन आदि काटे जाने की भी कोई सूचना अब तक नहीं आई है।
26 स्थानों पर तैनात थे जवान
गंगा स्नान पर उमड़ने वाली भीड़ को देखते हुए सदर एसडीओ द्वारा जारी आदेश के अनुसार शहर के कुल 26 स्थानों पर दण्डाधिकारियों और पुलिस पदाधिकारियों के साथ पुलिस बल के जवानों को तैनात किया गया था। इसके अलावा हर पोस्ट पर विशेष रूप से महिला पुलिस के जवानों की प्रतिनियुक्ति की गई थी। सुरक्षा के लिए लगभग 150 सौ से अधिक जवानों और महिला पुलिस को तैनात किया गया था। जिससे महिलाओं को किसी परेशानी का सामना नहीं करना पड़े।
स्काउट गाइड ने दिया गंगा स्वच्छता का संदेश
कार्तिक पूर्णिमा पर गंगा स्नान को आए श्रद्धालुओं की भारी भीड़ को नियंत्रित करने में स्काडट एवं गाइड के बच्चों का सराहनीय योगदान रहा। जिन्होंने सारी रात खड़े रहकर भीड़ नियंत्रित करने में पुलिस के साथ कंधा से कंधा मिलाकर काम किया। इसके अलावा गुमशुदा तलाश केंद्र स्थापित कर बाहर से आए श्रद्धालुओं की मदद की। इस दौरान बाहर से आए श्रद्धालुओं द्वारा फेंके गए अपशिष्ट पदार्थ को जिला संगठन आयुक्त रंजन कुमार सिंह तथा प्रशिक्षक संजय कुमार सिंह के साथ ही लीडर अविनाश कुमार और कैप्टेन पूजा कुमारी के नेतृत्व में 50 की संख्या में रहे स्काडट के बच्चे एकत्र करते तथा आम लोगों से गंगा को स्वच्छ बनाए रखने की अपील करते हुए गंगा स्वच्छता का संदेश देते रहे।