धर्मपुरा में संत समागम आयोजित, अमरत्व पर चर्चा
प्रखंड के धर्मपुरा गांव में निरंकारी संत समागम का आयोजन किया गया। समागम में गाजीपुर से आए ज्ञान प्रचारक महात्मा अमित सहाय ने कहा कि परमात्मा जानने योग्य है, जिसको जाना जा सकता है, जिसको जानने के बाद और कुछ जानना शेष नहीं रह जाता है।
बक्सर । प्रखंड के धर्मपुरा गांव में निरंकारी संत समागम का आयोजन किया गया। समागम में गाजीपुर से आए ज्ञान प्रचारक महात्मा अमित सहाय ने कहा कि परमात्मा जानने योग्य है, जिसको जाना जा सकता है, जिसको जानने के बाद और कुछ जानना शेष नहीं रह जाता है। जिसे गुरु की कृपा से ही जाना जा सकता है। परमात्मा निराकार है। अटल है अजर-अमर है, एकरस है। जिसको जानने के बाद जीव भी सदा के लिए अमर पद को प्राप्त कर जन्म-मरण के बंधन से मुक्त हो जाता है।
इसके पूर्व समागम का शुभारंभ सम्पूर्ण अवतारवाणी एवं हरदोवाणी के काव्य पाठ से हुआ। संत समागम में प्रमुख रूप से डुमरांव के संयोजक अजित कुमार, बक्सर की प्रमुख आरती कुमारी, गायक हरभजन दास, अंजली कुमारी, इंदौर पंचायत के सरपंच चिन्तानन्द राम , आसा के सदस्य सह शिक्षक अश्वनी कुमार लाल, डॉ. शशि, राजेश ¨सह राणा, डॉ. केके ¨सह, अजय वर्मा, नीता श्रीवास्तव, दिनेश कुमार, संदीप पाल, फूलकुमारी, चंद्रमुखी देवी, जयप्रकाश राम, गिरजा राम सहित सैकड़ों लोग रहे। समागम के अंत में आसा पर्यावरण सुरक्षा के राज्य संयोजक विपिन कुमार व शिक्षक हरेंद्र कुमार के नेतृत्व में पौधरोपण कर समागम में आए लोगों से पर्यावरण सुरक्षा की अपील की गई। कार्यक्रम का संचालन दिनेश कुमार ने किया तथा धन्यवाद ज्ञापन समागम के संयोजक श्यामसुंदर कुमार द्वारा किया गया।