चक्की में भी रबी महाअभियान में हुआ हंगामा
मंगलवार को चक्की प्रखंड मुख्यालय पर आयोजित रबी महाअभियान भी किसानों के हंगामे की भेंट चढ़ गई। महाअभियान में शामिल होने आए किसान आरोप लगा रहे थे कि उन्हें कृषि विभाग की योजनाओं का न तो लाभ मिल रहा है और न ही किसी योजना की जानकारी मिल रही है।
बक्सर । मंगलवार को चक्की प्रखंड मुख्यालय पर आयोजित रबी महाअभियान भी किसानों के हंगामे की भेंट चढ़ गई। महाअभियान में शामिल होने आए किसान आरोप लगा रहे थे कि उन्हें कृषि विभाग की योजनाओं का न तो लाभ मिल रहा है और न ही किसी योजना की जानकारी मिल रही है। विभाग के योजनाओं का संचालन दलालों के सहारे हो रहा है। जिला कृषि पदाधिकारी के कार्यक्रम में उपस्थित नहीं होने पर किसान नाराज थे।
नाराज किसान प्रखंड को सूखाग्रस्त घोषित करने के साथ ही अरहर बीज का तत्काल वितरण तथा कृषि योजनाओं के संचालन की मांग कर रहे थे। किसान अशोक कुमार के साथ दो दर्जन से अधिक किसान हंगामा कर रहे थे। जिस कारण कार्यक्रम संचालन में काफी दिक्कत आई। बाद में कार्यक्रम में उपस्थित अनुमंडल कृषि पदाधिकारी कमलेश प्रसाद ने आश्वासन दिया कि जल्द ही दलहन की खेती वाले क्षेत्र में अरहर बीज का वितरण किया जाएगा। उनके इस आश्वासन के बाद किसानों का आक्रोश कम हुआ। लगातार तीसरे दिन रबी महाअभियान हंगामा की भेंट चढ़ गया। डुमरांव के अलावा सिमरी प्रखंड में किसानों का आक्रोश देख रबी महाअभियान को रोकना पड़ा था। उधर, युवा कांग्रेस नेता राहुल चौबे ने प्रेस बयान जारी कर रबी महाअभियान में हो रहे हंगामे को गंभीर बताते हुए जिला कृषि पदाधिकारी कृष्णानंद चक्रवर्ती के सारे मामलों की जांच तथा भ्रष्टाचार का आरोप की पड़ताल की मांग की। उन्होंने कहा कि कृषि विभाग में व्याप्त भ्रष्टाचार से किसानों का मनोबल टूट रहा है। यह विभाग पदाधिकारियों के कमाने-खाने का जरिया बनकर रह गया है। उन्होंने कहा कि 300 ¨क्वटल अरहर बीज का वितरण न होना गंभीर मामला है। इसकी जांच कर कार्रवाई होनी चाहिए। गोदामों में पड़ा किसानों के हिस्से का अरहर से बीस रुपये मूल्य का है। जिसे बाजार में बेचने की तैयारी विभाग द्वारा कर ली गई है। कार्यक्रम में कृषि विज्ञान केंद्र के डॉक्टरों का पौधा संरक्षण विभाग के दशरथ प्रसाद, उप परियोजना निदेशक विकास कुमार आदि उपस्थित थे।