जेल के अंदर हो रहे निर्माण पर जेल अधीक्षक ने उठाए सवाल, रोका कार्य
बक्सर केंद्रीय कारा में भवनों की मरम्मत एवं अनुरक्षण कार्य को लेकर जेल अधीक्षक राजीव कुमा
बक्सर : केंद्रीय कारा में भवनों की मरम्मत एवं अनुरक्षण कार्य को लेकर जेल अधीक्षक राजीव कुमार ने सवाल उठाए हैं। उन्होंने फिलहाल कार्य को रोक दिया है। उनका कहना है कि, अनुरक्षण के दौरान जिस प्रकार से शेड लगाकर छतों को ढंका जा रहा है वह बेहद असुरक्षित है। ऐसा करने पर कैदियों को लेकर हमेशा असुरक्षा का भाव बना रहेगा। चूंकि, बक्सर केंद्रीय कारा से पूर्व में भी कैदियों के भागने की घटना हो चुकी है, ऐसे में कारा प्रशासन कैदियों की सुरक्षा को लेकर बेहद सतर्क और चितित है।
उन्होंने बताया कि, भवन की छतों पर जो शेड लगाए जा रहे हैं उन्हें हटा कर कैदियों के भाग जाने की काफी संभावना है। ऐसे में शेड के अतिरिक्त कोई अन्य विकल्प भवन निर्माण विभाग को तलाशना होगा। उन्होंने बताया कि, पहले की बनाई गई दीवारें काफी मोटी और मजबूत हैं। ऐसे में दीवारों की ताकत को जांचते हुए उसके ऊपर ढलाई भी की जा सकती है जो कि, बेहद सुरक्षित होगी। जेल अधीक्षक के मुताबिक इसके अतिरिक्त शेड के साथ ही नीचे फाल्स सीलिग जैसी व्यवस्था भी की जा सकती है जिससे कि, कैदियों की पहुंच शेड तक ना हो सके। इतना ही नहीं निर्माण के दौरान फर्श को भी ऊंचा किए जाने की आवश्यकता है ताकि, भविष्य में कभी जलजमाव जैसी समस्या सामने ना आए। जेल अधीक्षक ने बताया इस बात को लेकर निर्माण में लगे संवेदक तथा भवन निर्माण विभाग के कार्यपालक अभियंता को सूचित किया जा चुका है जिसके बाद फिलहाल काम रोका गया है। उन्होंने कहा कि निर्माण के दौरान सुरक्षा का ख्याल रखना बेहद आवश्यक है। मामले में भवन निर्माण विभाग के कार्यपालक अभियंता बृजेश कुमार सिंह से बात करने पर उन्होंने बताया है कि जेल अधीक्षक के द्वारा निर्माण को लेकर जो सवाल उठाए गए थे उसके आलोक में फिलहाल काम को रोका गया है। हालांकि, उनके द्वारा इस संदर्भ में कोई लिखित अनुरोध नहीं किया गया है। उन्होंने कहा कि लिखित अनुरोध मिलने पर आगे की कार्रवाई की जाएगी। संवेदक के द्वारा अब तक किए कार्य के भुगतान के संदर्भ में उन्होंने कहा कि कार्य को रोका जाता है तो अब तक किए गए कार्य का भुगतान संवेदक को किया जाएगा।