मानदेय में वृद्धि को प्रतिनिधियों ने फूंका बिगुल
स्थानीय प्रखंड परिसर में सोमवार को क्षेत्र के विभिन्न पंचायतों के प्रतिनिधियों की बैठक।
बक्सर। स्थानीय प्रखंड परिसर में सोमवार को क्षेत्र के विभिन्न पंचायतों के प्रतिनिधियों की बैठक नचाप ग्राम पंचायत के सरपंच लालदेव ¨सह यादव की अध्यक्षता में की गई। इस दौरान प्रखंड क्षेत्र के पांचों पंचायतों से प्रतिनिधियों ने अपनी भागीदारी सुनिश्चित कराई। बैठक में निर्णय लिया गया कि अपनी चार सूत्री मांगों को लेकर हरेक पंचायतों के सभी प्रतिनिधि यहां उपस्थित होकर मानदेय में बढ़ोतरी को लेकर सरकार के खिलाफ आंदोलन का रूख अख्तियार करेंगे।
बैठक की अध्यक्षता कर रहे ग्राम कचहरी सरपंच लालदेव यादव ने कहा कि प्रखंड मुख्यालय से दस-बारह किलोमीटर की दूरी तय कर प्रतिनिधि पहुंचते हैं और इन्हे मानदेय के रूप में पांच सौ और एक हजार रुपये मिलता है। वह भी एक-डेढ़ साल के बाद। उपप्रमुख बनारसी यादव ने कहा कि सरकार पंचायत प्रतिनिधियों के साथ दोहरी नीति अपना रही है। एक मनरेगा मजदूर को मिलने वाली मजदूरी की अपेक्षा पंचायत प्रतिनिधियों को नीचे दिखाया जाता है। स्वाभाविक बात है कि हर रोज पंचायतों के काम को लेकर प्रतिनिधि को यहां आने में यात्रा भाड़ा में काफी खर्च हो जाता है। पंचायत समिति सदस्य ऋषिकांत ¨सह ने कहा कि सांसद विधायकों की तरह पंचायत प्रतिनिधियों के मानदेय में वृद्धि, प्रतिमाह मानदेय की राशि भुगतान करने, यात्रा भत्ता निर्गत करने एवं पंचायत प्रतिनिधियों के लिए पेंशन योजना लागू करने सहित कई बिन्दूओं पर आगामी छह नवंबर को प्रखंड कार्यालय पर हंगामा व प्रदर्शन किया जाएगा। अगर इन गंभीर विषमताओं पर शासन का ध्यान आकृष्ट नहीं हुआ तो सभी प्रतिनिधि सरकार के खिलाफ आंदोलन का रूख अख्तियार करने पर विवश होंगे। इस मौके पर चौगाईं मुखिया प्रतिनिधि अवनीश नारायण ¨सह, नचाप मुखिया बीर ¨सह, मसर्हियां मुखिया शिवजी प्रसाद, खेवली सरपंच धनंजय पाठक, मुरार सरपंच रामू प्रसाद, मसर्हियां सरपंच गजाधर पासवान, बीडीसी रितू देवी, सच्चिदानंद साहु, जितेन्द्र राम, सुभाष कुमार पांडेय एवं कई प्रतिनिधियों ने भागीदारी निभाई।ा