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खलिहानों में पहुंचा किसानों का धान, नहीं खुले क्रय केन्द्र

अनुमंडल के विभिन्न गंवई इलाकों में अब तक धान क्रय केन्द्र नहीं खुलने से किसानों की परेशानी बढ़ गई है। जबकि भारतीय एवं राज्य खाद्य निगम द्वारा 15 नवंबर से ही धान की खरीदारी का दावा किया गया था।

By JagranEdited By: Published: Tue, 20 Nov 2018 04:01 PM (IST)Updated: Tue, 20 Nov 2018 04:01 PM (IST)
खलिहानों में पहुंचा किसानों का धान, नहीं खुले क्रय केन्द्र
खलिहानों में पहुंचा किसानों का धान, नहीं खुले क्रय केन्द्र

बक्सर । अनुमंडल के विभिन्न गंवई इलाकों में अब तक धान क्रय केन्द्र नहीं खुलने से किसानों की परेशानी बढ़ गई है। जबकि भारतीय एवं राज्य खाद्य निगम द्वारा 15 नवंबर से ही धान की खरीदारी का दावा किया गया था। हालांकि, इस संबंध में अनुमंडल पदाधिकारी हरेन्द्र राम ने कहा कि अभी तक विभाग द्वारा धान खरीद के लिए नोटिफिकेशन जारी नहीं होने से इलाके में केन्द्र नहीं खुला है। जबकि, पिछले एक पखवारा पहले से ही हार्वेस्टर द्वारा किसानों ने फसल की कटाई शुरू कर दी गई है। लेकिन, धान खरीदारी के लिए विभागीय अधिकारियों द्वारा अभी तक रणनीति तय नहीं की गई। फिलहाल इसको लेकर इलाकाई किसानों की परेशानी बढ़ गई है। क्षेत्रीय किसान दयाशंकर तिवारी, कपिलमुनि पांडेय, राजकपिल महतो, सीताराम ¨सह, बड़कन ¨सह एवं मनबोध तिवारी सहित कई किसानों ने बताया कि इस साल रोपनी के बाद से ही सूखे का दंश झेल रहे किसानों ने किसी तरह जो कुछ फसल बचाया था उसे बेचकर सेठ-साहूकारों का कर्ज देने का समय आया तो विभागीय टालमटोल की प्रक्रिया शुरू हो गई। फिलहाल, हाड़-तोड़ मेहनत की बदौलत उत्पादित धान का कोई खरीदार नहीं होने से किसानों की बेचैनी बढ़ने लगी है। डीजल की महंगाई झेलकर उत्पादित धान को बेचकर बेटी की शादी, बेटे की पढ़ाई, पत्नी की दवाई एवं खेतों की बोवाई का समय आया तो विभागीय लापरवाही शुरू हो गई है। किसानों के खलिहानों में हार्वेस्टर से कटाई किए गए धान पड़े हुए हैं। लेकिन, खरीदारी के लिए कृषि विभाग द्वारा धान का क्रय केन्द्र नहीं खोला जाना ¨चता की बात है। नतीजतन, किसान अपनी मेहनत की गाढ़ी कमाई बेचने के लिए दर-दर की ठोकर खाने को विवश हैं। इलाके के प्रगतिशील कृषक रणजीत ¨सह 'राणा' का कहना है कि किसानों द्वारा सरकारी संसाधनों की बदौलत नहीं बल्कि अपने खून-पसीने से उत्पादन किया गया। लेकिन, खरीद के लिए विभाग द्वारा नोटिफिकेशन जारी नहीं होना सोचनीय बात है। विभाग द्वारा किसानों के खलिहानों में पड़े धान को खरीदारी के लिए अविलंब क्रय केन्द्र शुरू करना सबसे बेहतर सहयोग होगा। किसानों का धान खरीद के लिए विभाग द्वारा अभी तक नोटिफिकेशन जारी नहीं किया गया हैं। ऐसे उम्मीद है कि अविलंब धान क्रय केन्द्र खोलने की प्रक्रिया शुरू होगी।

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हरेन्द्र राम, अनुमंडल पदाधिकारी, डुमरांव।


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