निरीक्षण में थोक के भाव अनुपस्थित मिले अफसर-कर्मी, वेतन बंद
बक्सर। राज्य सरकार के कार्यालयों में अधिकारियों और कर्मचारियों के न तो आने का कोई नीयत समय है और न जाने का कोई तय वक्त। जिलाधिकारी राघवेन्द्र सिंह ने बुधवार को जिले के विभिन्न कार्यालयों का निरीक्षण कराया। इस दौरान अफसर से लेकर कर्मचारी तक थोक के भाव के अनुपस्थित पाए गए। ऐसे में जिलाधिकारी ने अनुपस्थित सभी पदाधिकारी एवं कर्मचारियों का उस दिन का वेतन रोक दिया तथा तीन दिनों के अंदर स्पष्टीकरण देने का आदेश दिया।
बक्सर। राज्य सरकार के कार्यालयों में अधिकारियों और कर्मचारियों के न तो आने का कोई नीयत समय है और न जाने का कोई तय वक्त। जिलाधिकारी राघवेन्द्र सिंह ने बुधवार को जिले के विभिन्न कार्यालयों का निरीक्षण कराया। इस दौरान अफसर से लेकर कर्मचारी तक थोक के भाव के अनुपस्थित पाए गए। ऐसे में जिलाधिकारी ने अनुपस्थित सभी पदाधिकारी एवं कर्मचारियों का उस दिन का वेतन रोक दिया तथा तीन दिनों के अंदर स्पष्टीकरण देने का आदेश दिया। जिलाधिकारी ने बताया कि एडीएम, डीडीसी, एसडीओ आदि अधिकारियों ने इन कार्यालयों का निरीक्षण किया।
बहरहाल, अधिकारियों के निरीक्षण में व्यवस्था की पोल खुल गई। कहीं, खुद कार्यपालक अभियंता गायब मिले तो कहीं कर्मचारी। और तो और कहीं-कहीं कार्यालय में ताला बंद पाया गया। जिलाधिकारी ने अधिकारी एवं कर्मचारियों की इस कार्यशैली को काफी गंभीरता से लिया है तथा इसे स्वेच्छाचारिता एवं कर्तव्यों के प्रति लापरवाही करार दिया है। उन्होंने सभी को अपना स्पष्टीकरण तीन दिनों के अंदर देने का निर्देश दिया है और स्पष्टीकरण पर विचार होने तक अनधिकृत रूप से अनुपस्थित सभी का एक दिन का वेतन स्थगित कर दिया है। जिलाधिकारी द्वारा कराए गए इस औचक निरीक्षण के बाद संबंधित कार्यालयों में हड़कंप मचा हुआ है। गायब मिले ग्रामीण कार्य विभाग एवं सोन नहर के कार्यपालक
डीएम के निर्देश पर उप विकास आयुक्त अरविन्द कुमार ने लोक स्वास्थ्य अभियंत्रण प्रमंडल, सोन नहर प्रमंडल, सोन नहर अवर प्रमंडल, ग्रामीण कार्य विभाग, कार्य प्रमंडल, स्थानीय क्षेत्र अभियंत्रण संगठन आदि विभागों के कार्यालयों का निरीक्षण किया। इस दौरान ग्रामीण कार्य विभाग के कार्यपालक अभियंता मोती सागर सिंह, सोन नहर प्रमंडल के कार्यपालक अभियंता राजेश कुमार गुप्ता एवं सोल नहर के अवर प्रमंडल पदाधिकारी राज कुमार महतो अनधिकृत रूप से अनुपस्थित पाए गए। यहां तो पूरा कार्यालय ही नजर आया गायब
डीडीसी के निरीक्षण में लोक स्वास्थ्य, सोन नहर, ग्रामीण कार्य विभाग आदि विभागों में करीब तीन दर्जन कर्मचारी गायब मिले। लोक स्वास्थ्य के ओमशंकर चौबे, अरुण कुमार, जितेन्द्र कुमार सिंह, रविशंकर, यादवेन्द्र रंजन यादवेन्द्र, चंद्रशेखर प्रसाद सिंह, मो.इब्राहीम, अनिल कुमार सिन्हा, मोहन प्रसाद यादव, भोला चौधरी, सत्यनारायण पांडेय, कुंती देवी गायब थी। वहीं, सोन नहर प्रमंडल के सत्यनाराण सिंह, अरविन्द कुमार, त्रिशुलधारी सिंह, मनोज कुमार, तेज प्रताप सिंह, जितेन्द्र कुमार शर्मा, राजकुमार वर्मा, प्रदीप कुमार, उमाशंकर मिश्र तथा सोन नहर अवर प्रमंडल में रामजी प्रसाद, अशोक कुमार चौधरी, मो.शहफसल हसनैन, रमन कुमार मिश्र, संतोष कुमार, भरत राय, निर्मल कुमार यादव, दिनेश्वर शर्मा, विश्वनाथ प्रसाद, चंदहास शर्मा एवं झुना साह गैरहाजिर मिले। हालांकि, सोन नहर के कर्मियों का कहना था कि उनके यहां कुछ वैसे कर्मियों को भी अनुपस्थित दिखा दिया गया जो अपने कार्य पर उपस्थित थे। बाढ़ नियंत्रण एवं गंगा पंप नहर में गैरहाजिर मिले ढाई दर्जन कर्मचारी
डीएम के निर्देश पर अपर समाहर्ता चंद्रशेखर झा ने बाढ़ नियंत्रण प्रमंडल, लघु सिचाई प्रमंडल कार्यालय, लघु सिचाई अनुमंडल कार्यालय एवं गंगा पंप नहर प्रमंडल का औचक निरीक्षण किया। इस दौरान करीब ढाई दर्जन कर्मचारी अनधिकृत रूप से अनुपस्थित पाए गए। बाढ़ नियंत्रण प्रमंडल में अवधेश कुमार राय, रोहिताश्व पांडेय, नरेन्द्र प्रसाद सिन्हा, सुबोध कुमार सिन्हा, राजीव रंजन सिंह, छटठू सिंह कुशवाहा, एहतेशाम वारिस खां, रोहित राय एवं सुदर्शन सिंह अनुपस्थित मिले। वहीं, लघु सिचाई प्रमंडल में नित्यानंद श्रीवास्तव, मनोरंजन कुमार, मंतोष कुमार, लक्ष्मण लाल तथा गंगा पंप नहर प्रमंडल में रवीन्द्र नाथ पाठक, संजय कुमार, विनय कुमार पाठक, धीरेन्द्र प्रताप सिन्हा, अभय किशोर, अशीष कुमार, चुनमुन प्रसाद, ओमप्रकाश गुप्ता, राम कुमार राय, बेचू प्रसाद, कन्हाई राम, महेश राम, रंजन प्रसाद, राम प्रसाद पासवान, अजय कुमार, हरेराम तिवारी, अशोक कुमार राम एवं ओमप्रकाश सिंह गैरहाजिर थे। गंगा पंप नहर के कार्यपालक एवं सहायक अभियंता भी थे गायब
गंगा पंप नहर प्रमंडल के कार्यालय में कर्मचारी तो अनुपस्थित थे ही यहां से कार्यपालक एवं सहायक अभियंता भी नदारद थे। गंगा पंप नहर कार्यालय में कार्यपालक अभियंता ई. विष्णुदेव प्रसाद चौरसिया समेत सहायक अभियंता दिलीप कुमार, अनिल कुमार, कनीय अभियंता अमरेन्द्र कुमार चौधरी एवं उमेश कुमार भी गायब थे। इसी तरह लघु सिचाई प्रमंडल में कार्यपालक अभियंता ई.ध्रुव नारायण सिंह, सहायक अभियंता मिथिलेश कुमार, कनीय अभियंता श्रीपति यादव, रविश कुमार, संजीव कुमार पोद्दार, धर्मेन्द्र कुमार झा एवं प्रभात कुमार गैरहाजिर थे। पथ प्रमंडल में अभियंता समेत गायब मिले कई कर्मी
जिलाधिकारी ने अनुमंडल पदाधिकारी कृष्ण कुमार उपाध्याय के माध्यम से पथ प्रमंडल कार्यालय का निरीक्षण कराया। इस दौरान वहां के सहायक एवं कनीय अभियंता समेत कई कर्मचारी अनधिकृत रूप से अनुपस्थित पाए। इन सभी का एक दिन का वेतन रोकते हुए स्पष्टीकरण मांगा गया है। यहां मिले अनुपस्थित लोगों में सहायक अभियंता जितेन्द्र प्रसाद, राजेश्वर प्रसाद, कनीय अभयंता कपिलदेव मेहता, प्रधान लिपिक अजय कुमार चौधरी, ओमप्रकाश पांडेय, राकेश रंजन कुमार सिंह, वकील कुमार, अनिल कुमार, रामसुरेश सिंह, कृष्णा सिंह, रामा साह एवं हरिनाथ गैरहाजिर पाए गए। डुमरांव में मिस्त्री एवं सफाई कर्मी को छोड़ सभी थे गैरहाजिर
डुमरांव में डुमरांव एसडीओ के माध्यम से लोक स्वास्थ्य अवर प्रमंडल कार्यालय का निरीक्षण कराया गया। इस दौरान वहां एक मिस्त्री बबलू पांडेय एवं सफाई कर्मी बबलू राम को छोड़कर सभी सहायक अभियंता एवं कनीय अभियंता अनुपस्थित पाए गए। डीएम ने इन सभी का एक दिन का वेतन रोककर उनसे तीन दिनों के अंदर स्पष्टीकरण देने की मांग की है। भवन प्रमंडल कार्यालय भी निरीक्षण में मिला खाली
सदर एसडीओ के माध्यम से भवन प्रमंडल के कार्यालय का औचक निरीक्षण कराया गया। इस दौरान सैयद अली इमाम, संतोष कुमार चौधरी, शंभूशरण सिंह, निवास यादव, सुरेश कुमार, अश्विनी कुमार, दीपक कुमार राही, गौरव कुमार, रोहित कुमार, दिलीप कुमार, संजय कुमार, अजित कुमार गुप्ता, अंजनी कुमार, वीरेन्द्र, अरुण कुमार, सुरभि गुप्ता, सौम्या गुप्ता, जय यादव, अश्विनी चंद्रा, राहुल कुमार एवं चंदन कुमार दूबे अनुपस्थित पाए गए। दरअसल यहां कार्यालय में कार्यालय परिचारी मो.हसनैन को छोड़कर कोई पदाधिकारी एवं कर्मचारी उपस्थित नहीं थे। डीएम ने लिखा है कि इससे स्पष्ट है कि कार्यालय का ससमय संचालन नहीं किया जा रहा है।