बक्सर में अवैध खनन रोकने पहुंचे अधिकारी धंधेबाजों का उग्र रूप देख जान बचाकर भागे
बक्सर के चौसा में अवैध खनन की रोकथाम के लिए पहुंचे खनन निरीक्षक को जान बचाकर भागना पड़ा। सूचना मिलने के दो घंटे बाद तक पुलिस नहीं पहुंची।
बक्सर, जेएनएन। जिले में अवैध खनन का सिलसिला लगातार जारी है। जिनके कंधों पर इसकी सुरक्षा की जिम्मेदारी सौंपी गई है वे समुचित सुरक्षा के अभाव में इसकी रोकथाम करने में विफल साबित हो रहे हैं। इसका प्रत्यक्ष प्रमाण गुरुवार को देखने को मिला। अवैध खनन की रोकथाम के लिए चौसा पहुंचे खनन निरीक्षक को जान बचाकर भागना पड़ा।
मामला चौसा में धड़ल्ले से जारी अवैध खनन का है। किसी ने इसकी गुप्त सूचना फोन के माध्यम से सदर एसडीओ को दी। राजपुर थाना के रोहनीभान के समीप कर्मनाशा किनारे अवैध रूप से खनन कर रेत निकाल कर ट्रैक्टर से ढुलाई की जा रही थी। सूचना मिलते ही सदर एसडीओ केके उपाध्याय ने तत्काल खनन निरीक्षक सुनील कुमार को इसकी जांच कर दोषियों को पकडऩे का आदेश दिया। अधिकारी के निर्देश पर खनन निरीक्षक तत्काल घटनास्थल पर पहुंचे। जहां उन्होंने एक जेसीबी मशीन एवं तीन ट्रैक्टर के माध्यम से अवैध खनन कर बालू की ढुलाई करते देखा।
दो घंटे बाद भी नहीं मिली पुलिस की मदद
अवैध रूप से काम कर रहे धंधेबाजों ने लंबे क्षेत्र में रेतीली मिट्टी काट रखी थी। उन्होंने तत्काल इसे रोकने का निर्देश देते हुए ट्रैक्टर और जेसीबी थाने ले जाने को कहा। लेकिन, वहां मौजूद लोगों ने इसका विरोध करते हुए आदेश मानने से इन्कार कर दिया। साथ ही फोन कर कुछ और लोगों को बुला लिए। इसी बीच सुनील कुमार ने राजपुर पुलिस को फोन कर इसकी सूचना दी। लेकिन, दो घंटे इंतजार करने के बाद भी खनन निरीक्षक को पुलिस की कोई मदद नहीं मिली। इस बीच काफी लोग वहां जमा हो गए। जिनके उग्र रूप को देखते हुए खनन निरीक्षक को मजबूर होकर वहां से भागना पड़ा। सू़त्रों की मानें तो चौसा और राजपुर क्षेत्र के कुछ इलाकों में अवैध खनन की प्रक्रिया लंबे समय से बेरोकटोक जारी है। जबकि, अधिकारी सुरक्षा के अभाव में इस अवैध कृत्य पर रोक लगाने से कतराते हैं।