अब वाट्सएप वीडियो कॉलिग से चिकित्सक से परामर्श ले सकेंगे संक्रमित
बक्सर कोविड आइसोलेशन सेंटर या होम आइसोलेशन में रहने वाले मरीज अब कोविड कंट्रोल रूम
बक्सर : कोविड आइसोलेशन सेंटर या होम आइसोलेशन में रहने वाले मरीज अब कोविड कंट्रोल रूम में डयूटी पर तैनात चिकित्सक से वाट्सएप वीडियो कॉलिग कर अपनी समस्या बता उनसे परामर्श ले सकते हैं। इस व्यवस्था को कोविड कंट्रोल रूम में जल्द से जल्द चालू करने का निर्देश जिला पदाधिकारी अमन समीर ने सिविल सर्जन डॉ.जितेन्द्र नाथ को दिया। डीएम ने मंगलवार को पुराने सदर अस्पताल में निर्मित आइसोलेशन सेंटर, प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र बक्सर में चल रहे टीकाकरण की व्यवस्था एवं जिला स्वास्थ्य समिति के कार्यालय में चल रहे जिला कोविड-19 कंट्रोल रूम का निरीक्षण किया।
इस दौरान उन्होंने इन केन्द्रों में सुविधाओं की बढ़ोतरी करने का आवश्यक दिशा-निर्देश सिविल सर्जन को दिया। इस दौरान डीएम ने जिला कोविड-19 कंट्रोल रूम से ह्वाटसएप वीडियो कॉलिग के जरिए कोविड-19 संक्रमित मरीजों को कॉल कर चिकित्सक से परामर्श लेने की सुविधा अविलंब प्रारंभ करने का भी निर्देश दिया ताकि, उसके माध्यम से मरीजों को बेहतरीन सुविधा का लाभ मिल सके। दरअसल, वीडियो कॉलिग से मरीज चिकित्सक से परामर्श लेकर बेहतर चिकित्सकीय सुविधा का लाभ उठा सकते हैं। बताया जाता है कि कोरोना के प्रथम दौर में भी मरीजों के लिए यह सुविधा बहाल की गई थी। डीएम ने इसे दोबारा प्रारंभ करने का निर्देश दिया। ताकि, मरीजों को कठिनाइयों का सामना नहीं करना पड़े। बता दें कि कोरोना की दूसरी लहर में अधिकतर संक्रमित मरीज होम आइसोलेशन में ही रह रहे हैं। ऐसे में उन्हें अगर इस तरह की सुविधा का लाभ मिलेगा तो जाहिर सी बात है उन्हें काफी सहूलियत होगी। मौके पर डीडीसी योगेश कुमार सागर, सिविल सर्जन डॉ.जितेन्द्र नाथ एवं डीपीएम संतोष कुमार के अलावा अन्य अधिकारी मौजूद थे।
कोविड केयर सेंटर की सुरक्षा पर डीएम ने लिया संज्ञान
पुराना सदर अस्पताल स्थित आइसोलेशन सेंटर का निरीक्षण करने पहुंचे जिलाधिकारी ने अराजक तत्वों द्वारा तोड़ी गई खिड़की का मुआयना किया। बताया जाता है कि इस दौरान उन्होंने वहां सुरक्षा व्यवस्था में और वृद्धि करने की बात कही। सदर पीएचसी के प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी डॉ.सुधीर कुमार ने बताया कि जिलाधिकारी ने पुलिस अधीक्षक को इसके लिए निर्देशित किया है। असल में, कोविड आइसोलेशन सेंटर में सुरक्षा का ख्याल नहीं रखा गया है। ऐसे में वहां काम कर रहे चिकित्सक कर्मियों को असुरक्षा का भय सता रहा है। खासकर सोमवार की रात हुई घटना के बाद से वे और सहमे हुए हैं।