दस दिनों में पूरा करें नल-जल की अपूर्ण योजनाएं
सात निश्चय योजना के तहत गांवों में कराए जा रहे नल-जल योजना, नाली-गली एवं शौचालय निर्माण के साथ ओडीएफ की तैयारी को लेकर गुरुवार को उप विकास आयुक्त अरविन्द कुमार द्वारा पंचायत प्रतिनिधियों के साथ बैठक कर समीक्षा की गई।
बक्सर । सात निश्चय योजना के तहत गांवों में कराए जा रहे नल-जल योजना, नाली-गली एवं शौचालय निर्माण के साथ ओडीएफ की तैयारी को लेकर गुरुवार को उप विकास आयुक्त अरविन्द कुमार द्वारा पंचायत प्रतिनिधियों के साथ बैठक कर समीक्षा की गई। प्रखण्ड सभागार भवन में आयोजित समीक्षा बैठक में पता चला कि प्रखण्ड के छह पंचायतों के विभिन्न चयनित वार्डो में चल रही नल-जल की योजनाएं अपूर्ण हालत में है। कहीं पूर्ण भी है तो लोगों के घरों में नलों से पानी नहीं टपकता है।
ऐसे में सभी सचिवों को फटकार लगाते हुए अल्टीमेटम दिया गया। दस दिनों में सभी पंचायत के चयनित वार्डो में चल रहे नल-जल योजना को पूर्ण किया जाए। वहीं, नाली-गली की बात करें तो पंचायत के वार्डो में लिए गए कार्य लगभग पूर्ण हैं। लेकिन, कागजों में आज भी अधूरा है।
समीक्षा बैठक में कई मुखिया और वार्ड सदस्यों ने आ रहे व्यवधान की समस्या को उकेरा। इसके निदान का उन्होंने आश्वासन दिया। वहीं, भविष्य की बात पर नल-जल योजना का संचालन कैसे हो, इस पर चर्चा की गई। साथ ही, संचालन को नया आइडिया मोबाइल एप्स की जानकारी दी गई। उन्होंने बताया कि इस एप्प्स के जरिए देश के किसी कोने से पम्प को चालू तथा बन्द किया जा सकता है। इसमें खर्च भी ज्यादा नहीं है। वहीं, दो अक्टूबर को जिला ओडीएफ घोषित किया जाएगा। इससे पहले पंचायत एवं प्रखण्ड को ओडीएफ घोषित होना है। पंचायत प्रतिनिधियों को तीन दिनों के अंदर दिए जा रहे प्रोत्साहन राशि की भी जानकारी दी। उन्होंने बताया कि नए रूल के तहत अब मोबाइल के माध्यम से कोई भी आवेदन दे सकता है। साथ ही, फोटो भेजी जा सकती है। जिला मुख्यालय में इसके सत्यापन के बाद राशि लाभुक के खाते में भेज दी जा रही है। बैठक में बीडीओ अशोक कुमार के अलावा पंचायतों के मुखियागण, वार्ड सदस्य, पंचायत सचिव, मनरेगा के अलावा प्रखण्ड के विभिन्न विभाग के कर्मी मौजूद थे।