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बिजली विभाग का कारनामा, चोरी करे कोई केस किसी और पर

बिजली विभाग के कारनामों को जिले में फेहरिस्त लंबी है। इसके एक नए कारनामे से एक युवक का भविष्य दांव पर लग गया है। कनीय अभियंता ने इटाढ़ी प्रखंड के चिलहर गांव में चंदन नामक युवक पर खेत में चोरी से मोटर चलाने के आरोप में केस कर दिया जबकि खेत युवक का था ही नहीं।

By JagranEdited By: Published: Tue, 09 Apr 2019 06:40 PM (IST)Updated: Wed, 10 Apr 2019 07:54 AM (IST)
बिजली विभाग का कारनामा, चोरी करे कोई केस किसी और पर
बिजली विभाग का कारनामा, चोरी करे कोई केस किसी और पर

बक्सर । बिजली विभाग के कारनामों को जिले में फेहरिस्त लंबी है। इसके एक नए कारनामे से एक युवक का भविष्य दांव पर लग गया है। कनीय अभियंता ने इटाढ़ी प्रखंड के चिलहर गांव में चंदन नामक युवक पर खेत में चोरी से मोटर चलाने के आरोप में केस कर दिया, जबकि खेत युवक का था ही नहीं। युवक को अपने ऊपर हुए केस का पता तब चला जब वह अपनी नौकरी के लिए आचरण प्रमाणपत्र बनवाने पुलिस के पास पहुंचा। अब बिजली विभाग के कनीय अभियंता तथा पुलिस के अधिकारी भी इस मामले में युवक की कोई मदद करने से इनकार कर रहे हैं।

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दरअसल मामला 2 फरवरी का है, जब बिजली विभाग के कनीय अभियंता रोहित कुमार के द्वारा इटाढ़ी प्रखंड के चिलहर गांव में छापेमारी की गई। इस दौरान एक खेत में उन्होंने चोरी से मोटर चलते पकड़ा। जिसके बाद उन्होंने कुछ स्थानीय लोगों के कहने पर बिना जांच किए चंदन कुमार सिंह नामक युवक पर केस कर दिया। बाद में जब उक्त युवक को इस बात की जानकारी हुई तब उसने कनीय अभियंता से मिलकर यह बताया कि जिस खेत का हवाला दिया जा रहा है वह खेत उसका नहीं है तथा उसका खेत उस स्थान से बहुत दूर है। ऐसे में प्राथमिकी पूरी तरह से तथ्यहीन है। बाद में मामले को लेकर कनीय अभियंता ने थाने में आवेदन देकर इस बात को स्वीकार किया कि भूल वश उनके द्वारा यह कृत्य हो गया था। इन सब घटनाक्रमों के कुछ समय पश्चात युवक चंदन कुमार सिंह ने सरकारी नौकरी के आवेदन के लिए आचरण प्रमाण पत्र बनाने हेतु आवेदन दिया तो उसका आवेदन थाने में लंबित कांड के आधार पर निरस्त कर दिया गया। ऐसे में युवक भागा-भागा पुन: कनीय अभियंता रोहित कुमार के पास पहुंचा, लेकिन उन्होंने किसी प्रकार की मदद करने से इंकार कर दिया। वहीं थाने में भी संपर्क करने पर उसे कोई मदद नहीं मिली। पुलिस का कहना है कि एक बार केस हो गया तब वह फिर अपने हिसाब से ही चलेगा। इटाढ़ी थानाध्यक्ष संजय कुमार के मुताबिक अभियंता को एक आवेदन न्यायालय में भी देना होगा, जिसके बाद ही कुछ किया जा सकता है। कनीय अभियंता की लापरवाही के सन्दर्भ में जब बिजली विभाग के कार्यपालक अभियंता से बात की गई तो उन्होंने बताया कि मामला बेहद संगीन है तथा इसकी जांच कराते हुए दोषी के विरुद्ध आवश्यक कार्रवाई की जाएगी।


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