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अंडा विक्रेता की हत्या के 4 घंटे में पुलिस ने किया उदभेदन

शुक्रवार की शाम नगर थानाक्षेत्र अंतर्गत नया बाजार मठिया मोड़ पर हुई अंडा विक्रेता की हत्या का पुलिस ने भंडाफोड़ कर लिया है।

By JagranEdited By: Published: Sat, 16 Mar 2019 06:28 PM (IST)Updated: Sat, 16 Mar 2019 06:28 PM (IST)
अंडा विक्रेता की हत्या के 4 घंटे में पुलिस ने किया उदभेदन
अंडा विक्रेता की हत्या के 4 घंटे में पुलिस ने किया उदभेदन

बक्सर । शुक्रवार की शाम नगर थानाक्षेत्र अंतर्गत नया बाजार मठिया मोड़ पर हुई अंडा विक्रेता की हत्या का पुलिस ने भंडाफोड़ कर लिया है। पुलिस को यह कामयाबी हत्या के महज चार घंटे के अंदर हासिल हुई है। ताबड़तोड़ छापेमारी कर पुलिस ने नौ हत्यारोपितों में से पांच को हथियार समेत गिरफ्तार कर लिया है। शेष की गिरफ्तारी के लिए पुलिस की छापेमारी जारी है। इस बीच घटना की अगली सुबह मुआवजे की मांग को लेकर परिजनों ने सड़क जाम कर दिया, जिसे प्रशासन के समझाने के बाद हटाने में सफलता मिली। इसकी जानकारी देते पुलिस अधीक्षक उपेंद्रनाथ वर्मा ने बताया कि नया बाजार मठिया मोड़ के पास शुक्रवार की शाम हुई हत्या का पूरी तरह पर्दाफाश कर लिया गया है। साथ ही इस कांड में शामिल नौ में से पांच हत्यारों को पुलिस ने रातों-रात हत्या में प्रयुक्त हथियार के साथ गिरफ्तार कर लिया। हत्या के कारणों का खुलासा करते एसपी ने बताया कि उन्होंने खुद घटनास्थल का निरीक्षण किया था एवं मौके पर ही सदर डीएसपी सतीश कुमार के नेतृत्व में थानाध्यक्ष अविनाश कुमार, एसआइ राजेश चौधरी, डीआइयू आलोक कुमार के साथ सिपाही अवधेश कुमार, शहजहां आलम तथा सागर कुमार की टीम गठित कर छापेमारी शुरू कर दिया गया। हत्या के कारणों का खुलासा करते एसपी ने बताया कि हत्या के तार 2017 में मठिया मोड़ के बगल में हुई बांगुर यादव हत्या से जुड़े हैं। मृतक मंगलम राम समेत तीन लोग बांगुर यादव की हत्या में सम्मिलित पाए गए थे। मृतक मंगलम राम घटना के समय से ही जेल में था। और पिछले दिनों जमानत पर छूटकर बाहर आया था। जबकि बांगुर यादव के भाई छोटू यादव समेत उसके सहयोगी मंगलम राम के बाहर आने का इंतजार कर रहे थे। इसी क्रम में शुक्रवार की शाम मौका मिलते ही बांगुर यादव के भाई छोटू यादव ने अपने सहयोगियों के साथ गोली मारकर मंगलम राम की हत्या कर दी। वारदात में संलिप्त मोहन कुमार उर्फ देवन पिता चंद्रमा राम, हरेंद्र यादव पिता नन्द कुमार यादव, राकेश कुमार राम पिता स्व. सीताराम राम, दीपू कुमार पिता श्याम बिहारी राय तथा सोनू कुमार पिता शिवजी राम सभी निवासी अकरौड़ा नया बाजार को एक पिस्टल और कारतूस समेत गिरफ्तार कर लिया गया। पूछताछ अपराधियों ने हत्या की बात कबूल कर ली है। जिन्हें जेल भेजने की कवायद की जा रही है। साथ ही हत्या के मुख्य अभियुक्त बांगुर यादव के भाई छोटू यादव समेत अन्य तीन की गिरफ्तारी के लिए छापेमारी जारी है। क्यों हुई थी बांगुर की हत्या

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एसपी ने बताया कि 2017 में जिस बांगुर यादव की हत्या से मंगलम राम की हत्या के तार जुड़े हैं उसमें भी तीन लोगों के नाम सामने आए थे। अनुसंधान के दौरान यह बात सामने आई थी कि बांगुर यादव की हत्या किसी लड़की के चक्कर में की गई थी। जिसमें मंगलम राम के साथ सोनू और पिकी कुमार शामिल थे। तभी से शुक्रवार को हुई हत्या की साजिश रची जा रही थी। और आखिरकार आरोपितों को अपने मकसद में कामयाबी मिल ही गई। कैसे हुई गिरफ्तारी

अनुसंधान में लगी पुलिस टीम को जल्द ही पता चल गया कि मंगलम की हत्या के तार 2017 में हुई बांगुर यादव की हत्या से जुड़े हुए हैं। घटना के तुरंत बाद पुलिस ने शहर की नाकाबंदी करते हुए अपराधियों की गिरफ्तारी के लिए दबिश देना शुरू की। इस क्रम में सबसे पहले मोहन राम, हरेंद्र यादव तथा राकेश कुमार को एकसाथ एक ही जगह से दबोच लिया गया। जिनमें तलाशी के दौरान मोहन राम के पास से हत्या में प्रयुक्त लोडेड पिस्टल के साथ करतूस भी बरामद कर लिया गया। फिर इन तीनों की निशानदेही पर दो अन्य को भी गिरफ्तार करने में सफलता मिली। मुआवजे की मांग को ले सड़क जाम

शनिवार की सुबह मृतक मंगलम राम के परिजनों ने मुआवजे की मांग को ले शव के साथ नया बाजार मठिया मोड़ पर सड़क जाम कर दिया था। प्रशासन को इसकी जानकारी मिलते ही मौके पर सदर बीडीओ रोहित कुमार के साथ नगर थानाध्यक्ष अविनाश कुमार ने जाम हटाने का प्रयास किया। आचार संहिता का हवाला देते हुए अधिकारियों को जल्द ही सड़क जाम हटाने में सफलता मिल गई। एसपी ने बताया कि मुआवजा की मांग करनेवालों को तो प्रक्रिया के तहत मुआवजा मिलना ही था। बावजूद इसके सड़क जाम पर बैठे लोगों के विरुद्ध कार्रवाई होनी तय है। परिवार का था एकमात्र सहारा

बताया जाता है कि इसके पूर्व मृतक मंगलम राम के के बड़े भाई विनोद राम की भी पहले गोली मारकर हत्या कर दी गई थी। इसके अलावा मृतक के एक अन्य भाई तथा पिता की भी पहले ही मृत्यु हो चुकी थी। ऐसे में विनोद राम के दो बेटे तथा दो बेटियों के अलावा छोटे भाई की पत्नी और उसकी एक पुत्री के भरण पोषण की पूरी जिम्मेदारी मंगलम के उपर ही थी। जिनका भरण पोषण वो अंडा की दुकान चलाकर कर रहा था। ऐसे में परिवार के भरण पोषण की भी गहरी समस्या उत्पन्न हो गई है। जिसका एकमात्र सहारा भी हत्यारों ने उनसे छिन लिया।


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