नप की अनदेखी से प्रतिदिन बह रहा लाखों लीटर पानी
न लाखों लीटर पेयजल सरकारी नलों से गिरकर बेकार हो जाता है। बावजूद संबंधित अधिकारी तथा कर्मियों को इसकी कोई फिक्र नहीं है। यह समस्या शहरी क्षेत्र में कई जगहों पर है। नगर के प्रखंड कार्यालय के समीप दक्षिण टोला शहीद स्मारक नया थाना शक्ति द्वार टीचर ट्रे
बक्सर : एक तरफ जहां दुनिया में पेयजल बचाने के लिए अनेक कार्यक्रमों सहित जागरुकता अभियान के माध्यम से जल संरक्षण के प्रति जागरुक किया जा रहा है। वहीं, सरकारी तंत्र की लापरवाही से प्रतिदिन लाखों लीटर पेयजल सरकारी नलों से गिरकर बेकार हो जाता है। बावजूद, संबंधित अधिकारी तथा कर्मियों को इसकी कोई फिक्र नहीं है। यह समस्या शहरी क्षेत्र में कई जगहों पर है। नगर के प्रखंड कार्यालय के समीप, दक्षिण टोला, शहीद स्मारक, नया थाना, शक्ति द्वार, टीचर ट्रेनिग स्कूल आदि जैसे आधा दर्जन जगहों पर रोज बेकार पेयजल गिरता है। सात निश्चय योजना के तहत लगाए गए हर घर नल जल योजना से भी नगर के सभी वार्डों में पेयजल की बर्बादी हो रही है। पेयजल की यह बर्बादी कई जगहों पर जलजमाव की वजह भी बना है। नगर के विभिन्न हिस्सों में पीने योग्य पानी बर्बाद होकर गंदे नाले में बह रहा है। जबकि, जिम्मेदार पदाधिकारी इसे रोज देखकर भी पेयजल बचाना मुनासिब नहीं समझते।
प्रखंड कार्यालय के पास कड़वी स्थिति मुख्य पथ सड़क किनारे लगे बोरिग के सप्लाई से नल के अभाव में फव्वारे के साथ पीने योग्य पानी बेकार नाली में चला जाता है। पिछले तीन-चार वर्ष से यह समस्या गंभीर बनी है। खिरौली काली मंदिर के अलावा पास के बगीचा में पानी भर जाने से किसानों का खलिहान भी जलमग्न रहता है। यहीं हाल टीचर ट्रेनिग स्कूल के पास सड़क किनारे लगे वॉटर स्टैंड पोस्ट का है। एक टोटी के अभाव में हर समय पानी गिरता रहता है। प्यास बुझाने वाला यह पानी नाली में चला जाता है। नगर में कई सामाजिक संगठन के लोगों द्वारा भी पेयजल बचाने का दंभ भरा जाता है, और बर्बाद होते पानी बचाने के नाम पर सुर्खियां बटोरी जाती है। लेकिन, ऐसे लोग भी धरातल पर पेयजल बचाने के प्रति गंभीर नहीं हैं। इसकी कलई जगह-जगह बर्बाद होते पानी से खुल रही है।
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जगह-जगह बर्बाद हो रहे पेयजल को बचाने के लिए पहले से ही मिस्त्री को निर्देश दिया गया है। नगर परिषद के कर्मी को प्रतिनियुक्त कर उन सभी स्थलों की सूची बनाई जाएगी, जहां पानी बर्बाद हो रहा है। वहां समुचित उपाय अपनाकर पानी बचाने की प्रक्रिया जारी रहेगी।
- सुजीत कुमार, कार्यपालक पदाधिकारी, नगर परिषद, डुमरांव