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अटल जी ने कहा था- ऐसे बात नहीं बनेगी, मुझे बक्सर की लिट्टी भी चाहिए

बिहार के बक्सर जिले से पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी की कई यादें जुड़ी हैं। उन्हें बक्सर की लिट्टी इतनी पसंद आई थी कि यहां से जाते वक्त वो लिट्टी बनवाकर साथ ले गए।

By Kajal KumariEdited By: Published: Fri, 17 Aug 2018 03:12 PM (IST)Updated: Fri, 17 Aug 2018 11:44 PM (IST)
अटल जी ने कहा था- ऐसे बात नहीं बनेगी, मुझे बक्सर की लिट्टी भी चाहिए
अटल जी ने कहा था- ऐसे बात नहीं बनेगी, मुझे बक्सर की लिट्टी भी चाहिए

बक्सर [कंचन किशोर]। बात 25 अप्रैल 1982 की है जब स्वामी सहजानंद की प्रतिमा के अनावरण व दो दिवसीय सम्मेलन में भाग लेने वाजपेयी जी बक्सर आए थे। स्वामीनाथ तिवारी के अनुसार कार्यक्रम से पूर्व वाजपेयी जी को गांव में बनी लिट्टी परोसी गई थी।

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अगले दिन जब वाजपेयी जी वापस दिल्ली लौटने लगे तो उन्होंने आयोजकों से कहा ऐसे बात नहीं बनेगी, मुझे बक्सर की लिट्टी भी चाहिए। तब उनको सिमरी से लिट्टी बनवाकर दी गई। वे ब्रह्मपुर में बाबा ब्रह्मेश्वर नाथ के दर्शन करने भी गए थे।

 नैनीजोर गांव के लिए अटल जी ने बदलवाया था बांध का नक्शा

गंगा तट पर बसे बक्सर को बाढ़ से सुरक्षित रखने के लिए बने बक्सर-कोइलवर तटबंध से पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी की यादें जुड़ी हैं। तटबंध के पहले बने एलाइनमेंट में नैनीजोर समेत कई गांव बाहर थे। पार्टी विधायक डॉ. स्वामीनाथ तिवारी के अनशन पर बैठने पर  अध्यक्ष की हैसियत से अटल जी का पत्र उनके पास आया।

उन्होंने लिखा कि आपकी मांग सही है और तटबंध का नक्शा बदलेगा। इसके बाद उन्होंने सरकार से बात की और कहा कि बांध गांव बचाने के लिए बनाया जा रहा है या डुबाने के लिए। उनके दबाव में बांध के नक्शे में परिवर्तन हुआ और नैनीजोर सुरक्षित हुआ। 

..और अटल जी ने दिया वापसी का किराया 

अटल जी सहृदय तो थे ही लेकिन बक्सर का उनके दिल में खास स्थान था। पूर्व विधायक स्वामीनाथ तिवारी ने बताया कि अस्सी के दशक में अर्जुनपुर का एक युवक राकेश दिल्ली शिक्षा विभाग का साक्षात्कार देने गया। दुर्भाग्य से ट्रेन में ही उसकी अटैची चोरी हो गई। एडमिट कार्ड व पैसे भी उसी में थे।

युवक ने उन्हें दिल्ली स्टेशन से फोन पर इसकी जानकारी दी तो उन्होंने अटल जी का पता देते हुए उनके पास जाने को कहा। वह वहां पहुंचा, अटल जी ने युवक की परेशानी सुनने के बाद तुरंत शिक्षा विभाग के सचिव को फोन कर ट्रेन में एडमिट कार्ड चोरी होने की जानकारी देते हुए साक्षात्कार लेने का अनुरोध किया।

साथ ही उस युवक को साक्षात्कार के बाद बक्सर लौटने के टिकट के लिए पैसे भी दिए। उन्हीं की बदौलत आज भी युवक दिल्ली में शिक्षा विभाग में नौकरी कर रहा है। 

बिहार में हर चुनाव की शुरुआत बक्सर से की 

भाजपा किसान मोर्चा के राष्ट्रीय कार्यकारिणी सदस्य परशुराम चतुर्वेदी बताते हैं कि अटल जी का बक्सर से खास प्रेम था। सन 1980 के बाद उन्होंने अपने हर चुनाव अभियान की शुरुआत बक्सर से ही की। यह भी संयोग रहा कि जब भी वे बक्सर में सभा करने आए, बक्सर लोकसभा क्षेत्र से भगवा परचम लहराया।


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